ट्विन टावर गिरने के बाद ATS सोसायटी की दीवार हुई क्षतिग्रस्त, 10 मीटर तक दरार आई

नोएडा, नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने ट्विन टावर्स के ध्वस्तीकरण के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ट्विन टावर गिरने के बाद ATS की दीवार को नुकसान पहुंचा है, इस दीवार में करीब 10 मीटर तक दरार आ गई है. सारा मलबा फिलहाल साइट के भीतर ही है और थोड़ा […]

Advertisement
ट्विन टावर गिरने के बाद ATS सोसायटी की दीवार हुई क्षतिग्रस्त, 10 मीटर तक दरार आई

Aanchal Pandey

  • August 28, 2022 5:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नोएडा, नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने ट्विन टावर्स के ध्वस्तीकरण के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ट्विन टावर गिरने के बाद ATS की दीवार को नुकसान पहुंचा है, इस दीवार में करीब 10 मीटर तक दरार आ गई है. सारा मलबा फिलहाल साइट के भीतर ही है और थोड़ा मलबा सड़क पर आया है. फिलहाल, साइट का निरिक्षण किया जा रहा है, ट्विन टावर गिरते ही तुरंत धूल का गुबार उठा था, फ़िलहाल साइट पर सफाई का काम किया जा रहा है.

6.30 बजे के बाद शुरू होगी गैस और बिजली

नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि थोड़ी देर में गैस और बिजली की सप्लाई दुबारा शुरू की जाएगी, जिसके बाद लोगों को 6.30 बजे के बाद अपने घरों में आने की इजाजत होगी. वहीं, एक्सप्लोजन करने वाले चेतन दत्त की टीम ने भी इस बात को माना है कि ATS की दीवार को नुकसान पहुंचा और वही इसे ठीक भी करेंगे.

ट्विन टावर को गिराने में कितना खर्च

सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिराने में तकरीबन 17.55 करोड रुपये का खर्च आया है, दिलचस्प बात तो ये है कि इसे गिराने का खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ने वहन किया है. दोनों ही टावरो में कुल 950 फ्लैट्स बने चुके थे, 200 से 300 करोड़ रुपये की लागत से इस ट्विन टावर का निर्माण किया था.

कितना हुआ नुकसान

950 फ्लैट्स के इन 2 टावर्स को बनाने में ही सुपरटेक 200 से 300 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है, वहीं टावर्स को गिराने का आदेश दिए जाने से पहले इन फ्लैट्स की मार्केट वैल्यू बढ़कर 700 से 800 करोड़ तक पहुंच चुकी थी. रियल एस्टेट के जानकारों का मानना है कि इस इलाके में 10 हज़ार रुपए प्रति वर्ग फीट का रेट है अब इस हिसाब से बिना किसी विवाद के इन टावर्स की बाज़ार में कीमत 1000 करोड़ के पार निकल गई होती लेकिन अब सुपरटेक को ये भारी नुकसान होने वाला है, बता दें सुपरटेक ने इस नुकसान से बचने की भरसक कोशिश की थी. कोर्ट में तमाम तरह की दलीले दी थीं जिसमें एक टावर गिराकर वहां दूसरे को खड़े रहने का विकल्प भी दिया गया था, लेकिन कोर्ट ने इन टावर्स को गिराने का आदेश दिया.

Twin Tower: 9 सेकेंड में मलबे का ढेर बन गया ‘ट्विन टावर’, 3700 किलोग्राम विस्फोटकों ने किया जमींदोज

Advertisement