पटना : बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने वाले सीएम नीतीश इस समय सियासी खलबली का मुख्य चेहरा हैं. साल 2022 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों में भी उन्हें मुख्य भूमिका में देखा जा रहा है. अब सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान सामने आ रहा है जिसमें वह मिशन 2024 की ओर संकेत करते नज़र आ रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मणिपुर में जेडीयू के विधायकों को भाजपा में शामिल किए जाने पर कहा है कि ‘ये कोई संवैधानिक काम नहीं है. भारत में इस समय नई राजनीति चल रही है. दूसरी पार्टी के लोगों को तोड़ना सही नहीं है. इसीलिए साल 2024 में पूरे विपक्ष को मिलकर इन्हें सबक सिखाना चाहिए. CM नीतीश ने आगे कहा, इस समय लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. उन्होंने साल 2024 में लोकसभा चुनावों में विपक्ष की एकता पर कहा, अगर 2024 में विपक्ष एकजुट रहा तो निर्णय बहुत अच्छा आएगा. बता दें, उन्होंने बड़े चेतावनी भरे लहजे में कहा. बिहार मुख्यमंत्री आगे कहते हैं कि 2024 के चुनाव के बाद इन्हें सबक सिखाएंगे.
आगे मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़ना कोई संवैधानिक काम है? जब उनसे 2024 चुनावों के लिए विपक्षी दलों के नेताओं से मिलने पर सवाल किया गया तो इसके जवाब में नीतीश कुमार ने कहा, हम दिल्ली जाएंगे.जल्दी जाएंगे. बताते चलें कि जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज और कल होगी.
जब नीतीश कुमार से सवाल किया गया कि बीजेपी वाले कह रहे हैं कि जिसकी जहां मर्जी होती है, जाता है, इसमें बुराई क्या है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है. जब हम गठबंधन में थे तब तो किसी को पार्टी में नहीं लिया गया. बाद में उन सबको अपने यहां कर लिया. मणिपुर में जेडीयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर सीएम ने कहा, जिन जेडीयू विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन की है, उन सभी से पहले ही बात हो चुकी थी कि हम एनडीए से अलग होंगे. महागठबंधन सरकार में शपथ लेने पर इन सभी ने ख़ुशी जताई थी लेकिन इस समय देश में जो हो रहा है वह ठीक नहीं है.
बता दें, आज और कल होने वाली जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बेहद अहम मानी जा रही थी. पहले ही सीएम नीतीश ने अपने पार्टी पदाधिकारियों से कह दिया है कि ‘जो प्रदेश में देखा गया है, वह अब देश में दिखेगा.’ यह मिशन 2024 को लेकर बड़ा संकेत मन जा रहा है. इसी बीच पार्टी को बड़ा झटका भी लगा है जहां मणिपुर में जेडीयू के 6 में से 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. जेडीयू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर मणिपुर में उनकी पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया है.
बिहार में अपना CM चाहती है भाजपा, नीतीश कैसे करेंगे सियासी भूचाल का सामना