पटना/नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गए हैं. जेपी आंदोलन के सहयोगी केसी त्यागी के साथ छोड़ने के बाद अब 24 साल पुराने सहयोगी बिन्देश्वरी सिंह ने नीतीश का साथ छोड़ दिया है. बिन्देश्वरी ने जदयू छोड़कर भाकपा-माले की सदस्यता ग्रहण कर ली […]
पटना/नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गए हैं. जेपी आंदोलन के सहयोगी केसी त्यागी के साथ छोड़ने के बाद अब 24 साल पुराने सहयोगी बिन्देश्वरी सिंह ने नीतीश का साथ छोड़ दिया है. बिन्देश्वरी ने जदयू छोड़कर भाकपा-माले की सदस्यता ग्रहण कर ली है. उनके जेडीयू छोड़ने को सीएम नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बता दें कि बिन्देश्वरी सिंह बिहार की राजनीति में करीब 40 सालों से सक्रिय हैं. वे 2000 में नीतीश कुमार के साथ आए थे. जेडीयू छोड़ने के बाद बिन्देश्वरी ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश ने लोहियावाद से पूरी तरह से विश्वासघात किया है. जदयू में अब सांप्रदायिक ताकतों का बोलबाला है.
मालूम हो कि इससे पहले केसी त्यागी ने जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. त्यागी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया है. राजीव रंजन प्रसाद अब जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता होंगे. पार्टी महासचिव अफाक अहमद खान ने एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी है.
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