Niti Ayog Health Index Report: नीति आयोग ने दूसरी हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी कर दी हैं. स्वस्थ राज्यों स्वास्थ सुविधाओं के मामले में केरल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमाया है जबकि उत्तर प्रदेश से स्वस्थ राज्यों के मामले में सबसे निचले पायदान पर है. बिहार, उत्तराखंड और ओडिशा का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है. पिछले साल फरवरी में पहली हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी की गई थी.
नई दिल्ली. Niti Ayog Health Index Report: नीति आयोग की ओर से जारी दूसरी हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट में स्वस्थ राज्यों और स्वास्थ सुविधाओं के मामले में केरल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले स्थान पर कब्जा किया है, जबकि उत्तर प्रदेश स्वस्थ राज्यों की इस इंडेक्स में सबसे निचले पायदान पर है. बिहार, उत्तराखंड, ओडिशा का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है. सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों पर आधारित इस हेल्थ इंडेक्स को 23 स्वास्थ संकेतको के आधार पर तैयार किया गया है. नीति आयोग की ओर से जारी की गई ये दूसरी हेल्थ इंडेक्स है.
आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने स्वस्थ राज्यों के मामले में शानदार प्रदर्शन करते हुए नीति आयोग की ओर से जारी हेल्थ इंडेक्स में दूसरे और तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया है. अगर इन्क्रीमेन्टल परफॉर्मेंस की बात करें तो हरियाणा, राजस्थान और झारखंड टॉप 3 राज्य बनकर उभरे हैं. बता दें कि यह रिपोर्ट वर्ल्ड बैंक की सहायता और स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से तैयार की गई है.
पिछले साल फरवरी में नीति आयोग की तरफ पहले हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी की गई थी. उसमें 2014-15 के आधार पर 2015-16 के आंकड़ों की तुलना की गई थी. इस रिपोर्ट में पिछली बार के मुकाबले सुधार और कुल मिलाकर बेहतर प्रदर्शन के आधार पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 3 श्रेणियों में बांटा गया है. पहली श्रेणी में 21 बड़े राज्य, दूसरी श्रेणी में आठ छोटे राज्यों और तीसरी श्रेणी में केंद्र शासित प्रदेशों को रखा गया है.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि हेल्थ इंडेक्स जारी करना एक बड़ा प्रयास है. इसका मकसद राज्यों को महत्वपूर्ण संकेतकों के आधार पर स्वास्थ सेवाओं के क्षेत्र में सुधार के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित करना है. कुमार ने कहा हम ऐसे राज्यों के साथ काम कर रहे हैं और जो सूचकांक में पीछे हैं, उनमें सुधार के लिए वहां ज्यादा काम करेंगे.