नई दिल्लीः नोएडा के चर्चित निठारी हत्याकांड के आरोपी सुरेंद्र कोली और मोनिंदक सिंह पंढ़ेर को इलाहबाद हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। उच्च न्यायालय ने दोनों की फांसी की सजा को भी रद्द कर दिया है। न्यायालय के फैसले के बाद अब पीड़ित परिवार का बयान भी सामने आया है। मृतक बच्ची की मां […]
नई दिल्लीः नोएडा के चर्चित निठारी हत्याकांड के आरोपी सुरेंद्र कोली और मोनिंदक सिंह पंढ़ेर को इलाहबाद हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। उच्च न्यायालय ने दोनों की फांसी की सजा को भी रद्द कर दिया है। न्यायालय के फैसले के बाद अब पीड़ित परिवार का बयान भी सामने आया है। मृतक बच्ची की मां ने योगी आदित्यनाथ सरकार से सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढ़ेर को फांसी दिए जाने की मांग की है। जानकारी दें दे की इसी बच्ची की हत्या का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में सनसनी फैल गई थी।
दोषियों को फांसी की सजा दी जाए- पीड़ित बच्ची की मां
पीड़ित बच्ची की मां ने एक नीजी चैनल से बात करते हुए कहा कि सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढ़ेर को फांसी की सजा होनी चाहिए। बच्ची की मा ने कहा कि इन दोनों को माफ न किया जाए और फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि जैसे दोनों ने हमारी बच्ची को मारा था वैसे ही उन दोनों को भी मारा जाए। इन दोनों ने हमारी बच्ची को तड़पा- तड़पा कर मारा था। हम मोदी- योगी सरकार से गुहार लगाते है कि इन दोनों को फांसी की सजा जरुर दें। इन्हें माफ नहीं किया जाए।
जानिए निठारी कांड की पूरी कहानी
मृतक बच्ची की मां ने बताया कि मेरी बेटी सिर्फ दस साल की थी और वह कोठी के पीछे सिलाई वाली के पास गई थी। जब वह काफी देर तक नहीं आई तो मैं उसे टू़ढ़ते हुए सिलाई वाली के पास पहुंची। तो सिलाई वाली ने बताया की आपकी बेटी आई थी लेकिन चली गई। बच्ची की मां ने आगे बताया कि जब मैं सिलाई वाली के पास गई तो वहां पर सुरेंद्र कोली और मोनिंदर गेट पर खड़ा था।
उन्होंने आगे बताया कि मैंने कई चक्कर लगाए और बेटी को खोजती रही। मगर इन दोनों ने एक बार भी मेरी बेटी के बारे में जानकारी नहीं दी। सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह ने मेरी बच्ची को कोठी के अंदर कपड़े देने के बहाने बुलाया और दोनों ने मेरी बेटी को मार डाला। मृतक बच्ची की मां ने कहा कि पुलिस ने कोठी से 19 कंकाल बरामद किए थे। इस घटना को दिसंबर 2006 को अंजाम दिया गया था।
दिसंबर 2006 की घटना
बता दें कि 29 दिसंबर , 2006 को गौतम बुद्धनगर को निठारी इलाके में मोनिंदर सिंह की कोठी के पीछे स्थित नाले से 19 कंकाल बरामद किए थे। इस मामले में पुलिस ने कोली और पंढ़ेर को नोएडा से गिरफ्तार किया था। बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था। वहीं इस मामलें में कुल 16 केस दर्ज किए गए थे और न्यायालय में 2007 में आरोप पत्र दाखिल किया गया था।