क्या है देवघर एयरपोर्ट विवाद जिसमें फंसे BJP सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी?

रांची : ये मामला झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक का है जिसमें अब गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर आरोप है कि उन्होंने फ्लाइट टेकऑफ करवाने का दबाव बनाया था और जबरन एटीसी क्लीयरेंस […]

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क्या है देवघर एयरपोर्ट विवाद जिसमें फंसे BJP सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी?

Riya Kumari

  • September 3, 2022 1:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

रांची : ये मामला झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक का है जिसमें अब गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर आरोप है कि उन्होंने फ्लाइट टेकऑफ करवाने का दबाव बनाया था और जबरन एटीसी क्लीयरेंस भी लिया था. इस मामले में कपिल मिश्रा के साथ निशिकांत के दो बेटों पर भी केस हुआ है.

क्या है मामला?

DSP की शिकायत के मुताबिक, 31 अगस्त की दोपहर एक बजे निशिकांत दुबे समेत 9 लोग चार्टर्ड प्लेन से देवघर गए थे. शाम में देवघर से वापसी के दौरान करीब सवा पांच बजे दुबे समेत अन्य लोग जबरन एटीसी रूम में घुस गए जिसके बाद क्लीयरेंस को लेकर सांसद और उनके साथ मौजूद लोग चार्टर्ड प्लेन से वापसी की. आवेदन में बताया गया था कि एयरपोर्ट के संचालन के सुरक्षा मानकों उल्लंघन करते हुए एटीसी में प्रवेश लिया गया था. मालूम हो कि देवघर एयरपोर्ट पर संचालन की शुरुआत कुछ दिनों पहले ही की गई है जहां अभी नाइट में उड़ानों की सुविधा नहीं है.

इन पर दर्ज़ हुई FIR

एटीसी रूम में जबरन घुसने और नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, उनके दोनों बेटों माहिकांत दुबे, कनिष्क कांत दुबे, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, मुकेश पाठक, देवता पांडेय, पिंटू तिवारी और देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढींगरा के खिलाफ FIR की गई है. संदीप ढींगरा पर आरोप है कि उन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन ठीक ढंग से नहीं किया है.

दिल्ली जाते समय 4 ATC क्लीयर होती हैं: दुबे

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा था कि अगर एटीसी क्लीयर नहीं होती तो पायलट का लाइसेंस कैंसिल हो जाता है. उन्होंने आगे कहा था कि उड़ान भरने के लिए केवल एक एटीसी की ही जरूरत नहीं होती है दिल्ली तक के लिए चार एटीसी क्लीयर होती हैं तो क्या सभी एटीसी झूठ रही हैं. वहीं नाइट लैंडिंग पर वह कहते हैं कि देवघर में शाम 6.06 बजे सनसेट होता है और उनका प्लेन 6.17 बजे उड़ा.

झारखंड सरकार पर लगाए आरोप

भाजपा सांसद दुबे ने आगे कहते हैं कि झारखंड सरकार नहीं चाहती कि देवघर एयरपोर्ट सुचारू रूप से चलाया जाए इसलिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मालिक और देवघर एयरपोर्ट के डायरेक्टर पर भी अब FIR दर्ज़ करवा दी गई है. निशिकांत ने खुद को एडवाइजरी कमेटी का चेयरमैन बताते हुए कहा कि वो एटीसी रूम में जा सकते हैं क्योंकि वो एयरपोर्ट की एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन हैं. इसके अलावा बीजेपी सांसद मनोज तिवारी सिविल एविएशन कमेटी के मेंबर हैं.

निशिकांत बोले- इंसाफ़ की लड़ाई बंद नहीं होगी

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुद्दा अंकिता की निर्मम हत्या है. उन्होंने कहा कि हम लोग पीड़िता के परिवार से मिलने क्या गए सीएम हेमंत सोरेन इतना बौखला गए कि पूरा पेड सिस्टम और अधिकारी गाली देने लगे. उन्होंने कहा कि अंकिता और झारखंड के इस्लामीकरण से त्रस्त परिवार के इंसाफ़ की लड़ाई इस मुक़दमे से बंद नहीं होगी.

 

देवघर क्यों आया था बीजेपी का डेलीगेशन?

बता दें, भाजपा का ये डेलीगेशन दुमका की पीड़िता अंकिता के परिजनों से मिलने के लिए आया था. 23 अगस्त की तड़के दुमका की रहने वाली 12वीं की छात्रा अंकिता को शाहरुख नाम के युवक ने उसी के घर में घुसकर जिन्दा जला दिया था. इस वारदात के 5 दिन बाद अंकिता ने रांची के रिम्स में दम तोड़ दिया था. शाहरुख़ नाम के आरोपी पर अंकिता को एक तरफा प्रेम में परेशान करने के भी आरोप हैं. जब अंकिता ने उसे इनकार कर दिया तो उसने अंकिता के साथ इस वारदात को अंजाम दिया. दूसरी ओर 23 साल का शाहरुख 5वीं कक्षा तक ही पढ़ा है और वह ड्रग्स लेता है.

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