NIA Officers Bribe in Terror Funding Case: एजेंसी द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. डीआईजी रैंक के अधिकारी द्वारा आरोप की विस्तृत जांच की जा रही है. आतंकी हाफिज सईद से जुड़े टेरर फंडिंग मामले में एनआईए के तीन अधिकारियों ने घूस मांगी है. इसी के बाद जांच शुरू हो गई है. तीनों आरोपी अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है.
नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के तीन अधिकारियों को कथित रूप से घूस की मांग करने के लिए रातोंरात स्थानांतरित कर दिया गया है. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से जुड़े एक आतंकी फंडिंग मामले में दिल्ली के एक कारोबारी का नाम नहीं लेने के लिए 2 करोड़ रुपए रिश्वत की मांग की गई. अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया है. मामले में जांच का आदेश दिया गया है और डीआईजी रैंक के अधिकारी द्वारा इसकी देखरेख की जाएगी.
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा, अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. आरोपों की जांच एक उप-निरीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की जा रही है. इस बीच, तीन अधिकारियों को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है. स्थानांतरित अधिकारियों में से एक पुलिस अधीक्षक है, जो 2007 के समझौता विस्फोट मामले जैसे मामलों में भी शामिल रहा है. अन्य दो कनिष्ठ अधिकारी हैं. तीनों पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद द्वारा संचालित फलाह-ए-इन्सानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) की जांच कर रहे थे.
उन्होंने उत्तरी दिल्ली में व्यापारी के आवास पर तलाशी ली थी, जिसके बाद उन्होंने मामले से उसका नाम निकालने के लिए रिश्वत की मांग की थी. एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति बनाए रखने के लिए अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. अगर भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पिछले महीने दायर एक चार्जशीट में, एजेंसी ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आपराधिक साजिश के आरोप में हाफिज सईद सहित सात लोगों का नाम दिया था. दस्तावेज में कहा गया है कि एफआईएफ के उप प्रमुख शाहिद महमूद ने दुबई से पाकिस्तान के रास्ते भारत से धनराशि लेकर दुबई से पाकिस्तान के नागरिक मोहम्मद कामरान को संबद्ध किया.
पिछले महीने गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हाफिज सईद सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने वाले पहले व्यक्तियों में से एक होगा. हाल ही में संपन्न संसद सत्र में एनआईए बिल और यूएपीए में संशोधन के तहत एजेंसी को खोजी शक्तियों की एक पूरी नई श्रेणी दी गई है. पिछले साल एनआईए ने शाहिद महमूद के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया था, उन पर धार्मिक कार्यों की आड़ में दिल्ली और हरियाणा में स्लीपर सेल बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था. हाफिज सईद को पाकिस्तान द्वारा आतंक-वित्तपोषण के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और पिछले महीने लाहौर जेल भेजा गया था, एक ऑपरेशन में जो पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की थी.