नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल की शुरुआत में अमेरिका, ब्रिटेन तथा कनाडा में स्थित भारतीय दूतावासों पर हुए हमलों में शामिल 43 संदिग्धों की पहचान कर ली है। खबरों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने क्राउडसोर्सिंग के उपयोग से सभी संदिग्धों को तलाशा है। एनआईए ने गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल की शुरुआत में अमेरिका, ब्रिटेन तथा कनाडा में स्थित भारतीय दूतावासों पर हुए हमलों में शामिल 43 संदिग्धों की पहचान कर ली है। खबरों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने क्राउडसोर्सिंग के उपयोग से सभी संदिग्धों को तलाशा है। एनआईए ने गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद इस साल जून में अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भारतीय राजनयिकों पर हमले का मामला अपने हाथ में लिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक वर्ष में आतंकी नेटवर्कों के खिलाफ अपनी कार्रवाई करते हुए देशभर में 68 केस दर्ज करने के बाद 1000 से अधिक छापे मारे और 625 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए के एक अधिकारी के अनुसार, एजेंसी ने अलग-अलग मामलों में 74 आरोपियों को सजा सुनाई, इसके साथ ही 94.70 प्रतिशत दोषसिद्धि दर (Conviction Rate) भी हासिल कर ली है।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि पूरे साल ओटावा और लंदन में भारत के उच्चायोगों या फिर अमेरिका में भारत के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के बाद एनआईए एक्टिव मोड में रही। इन सारी घटनाओं के बाद एजेंसी ने इसके खिलाफ कार्रवाईयां भी की हैं। विदेशों में हुए भारत सरकार के दफ्तरों और दूतावासों पर हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए एजेंसी ने 50 से अधिक छापे मारे और अलग-अलग जगह पर तलाशी अभियान चलाया। जांच एजेंसी की प्रवक्ता ने बताया कि एनआईए ने हाल के महीनों में इन मामलों में अपनी जांच तेज की है और भारत में 80 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। ये वो लोग हैं जिनपर साजिश करने का शक है।