नई दिल्ली. Rani Kamlapati Railway Stationआज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड क्लास हबीबगंज स्टेशन (अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन) का उद्घाटन कर रहे हैं। इस नए रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट के तर्ज पर बनाया गया है जिसमे कई ऐसी सुविधाएं और खूबियां उपलब्ध है जो सिर्फ एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मिलती हैं. देश का पहला […]
नई दिल्ली. Rani Kamlapati Railway Stationआज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड क्लास हबीबगंज स्टेशन (अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन) का उद्घाटन कर रहे हैं। इस नए रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट के तर्ज पर बनाया गया है जिसमे कई ऐसी सुविधाएं और खूबियां उपलब्ध है जो सिर्फ एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मिलती हैं.
इस स्टेशन को PPP मोड पर बनाया गया है और वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। मॉडर्न टॉयलेट, गेमिंग सुविधाएँ, म्यूजियम,क्वालिटी फ़ूड फैसिलिटी समेत करीब 2000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला बनाया गया है। दरअसल, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला मॉडर्न स्टेशन है जिसे सार्वजनिक निजी साझेदारी के तहत बनाया गया है और इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 450 करोड़ तक बताई जा रही है.
रेलवे स्टेशन की पार्किंग स्टेशन के ठीक सामने बनाई गयी है ताकि पार्किंग से स्टेशन तक जल्दी और आसानी से पहुंचा जा सके. साथ ही प्लेटफार्म तक पहुँचने के लिए स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधाएँ दी गई हैं. इतना ही नहीं स्टेशन पर एक एयर कॉनकोर बनाया गया है जहाँ पर करीब 2000 यात्री बैठ कर इंतज़ार कर सकेंगे। इसके साथ ही स्टेशन में प्रवेश करने के लिए और बाहर निकलने के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं।
यात्री एस्कलेटर का इस्तेमाल कर सीधा एयर कॉनकोर्स (प्लेटफार्म नंबर 1-5 तक ट्रैक के ऊपर बना हवादार स्पेस) पहुँच जायेगा. पांचो प्लेटफार्म को सीढ़ियों और कॉनकोर्स से जोड़ा गया है और साथ ही पूरे स्टेशन पर अलग-अलग डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए है जिसमे रेल के आने-जाने की जानकारी अलग-अलग भाषाओं में दी जाएगी। रेलवे स्टेशन पर ऐसी वेटिंग रूम, रिटायरिंग रूम, डॉरमेट्री, फ़ूड रेस्टोरेंट और वीआईपी लाउंज भी बनाया गया है।
स्टेशन के अंदर और बाहरी लोगों पर 24 घंटे नज़र रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाए गए हैं. बताया जा रहा है की लगभग 160 सीसीटीवी कैमरे असेंबल किये गए है। पूरे स्टेशन पर प्रवेश करने से बहार जाने तक टिकट चेकिंग पॉइंट्स होंगे। रोज़ तकरीबन 30 हज़ार यात्रियों का आना जाना होता है. अभी 40 से भी अधिक ट्रेनों का संचालन हो रहा है और संभावना की जा रही है की अधिक ट्रेनों के स्टॉपेज होने के बाद करीब 40 हज़ार यात्रियों का आना-जाना हो सकेगा.