नई दिल्ली/मुंबईः नए साल के जश्न के दौरान 31 दिसंबर की रात देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में काफी संख्या में पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव केस में लोगों के चालान किए. दिल्ली में इस साल पिछले साल के मुकाबले करीब दोगुनी संख्या में लोग नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए. 31 दिसंबर की रात दिल्ली में इस बार 1752 लोग नशे में गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए और उनका चालान किया गया. ट्रैफिक के नियम तोड़ने संबंधी सभी मामलों में इस बार 31 दिसंबर की शाम और देर रात तक 16,720 चालान काटे गए. हालांकि मुंबई में पिछले साल पकड़े गए लोगों के मुकाबले इस बार संख्या में बहुत थोड़ा इजाफा देखने को मिला.
दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (ट्रैफिक) दीपेंद्र पाठक ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार दोगुनी संख्या में चालान किए गए. 2016 में 31 दिसंबर की रात ड्रिंक एंड ड्राइव केस में 889 लोगों के चालान किए गए थे. अन्य सभी धाराओं में कुल 13,260 चालान किए गए थे. इस बार दिल्ली में 433 पॉइंट्स पर पुलिस टीम की तैनाती की गई थी. 125 स्पॉट्स पर टीम एल्कोमीटर के साथ तैनात थी, जिनमें कनॉट प्लेस, खान मार्केट और हौज खास जैसे प्रमुख इलाके शामिल थे. स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने बताया कि नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए जिन लोगों के चालान किए गए, उनमें से ज्यादातर 20 से 30 साल की उम्र के लोग थे. इस बार ड्रिंक एंड ड्राइव केस में हमने ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी लागू की थी.
मुंबई में इस बार 615 लोगों का नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए चालान किया गया. पिछले साल यह आंकड़ा 567 था. तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने को लेकर 7,600 लोगों का चालान किया गया. ड्रिंक एंड ड्राइव केस में मुंबई पुलिस ने 12.3 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया. 31 दिसंबर की रात कुल मामलों में ई-चालान के जरिए 76 लाख रुपये के चालान किए गए. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ई-चालान का सोर्स शहर के करीब-करीब सभी चौराहों पर लगे 5 हजार सीसीटीवी हैं. मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी दीपक देवराज ने बताया कि 31 दिसंबर की रात पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे. सीसीटीवी से तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों, बगैर हेलमेट पहने टू-व्हीलर चलाने वालों का ई-चालान किया गया.
डीसीपी देवराज ने कहा कि इस बार 31 दिसंबर की रात करीब 30 हजार पुलिसकर्मी मुंबई की रखवाली कर रहे थे. छुट्टियों पर चल रहे पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं. हर बार की तरह इस बार हमारी नजर शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर थी. मौज-मस्ती के लिए मशहूर प्रमुख इलाकों में पुलिस ने एल्कोमीटर के साथ पुलिस टीम की तैनाती की थी. डीसीपी ने कहा कि इसका नतीजा यह रहा कि इस बार एक्सीडेंट और छेड़खानी के मामले सामने नहीं आए. हुड़दंगियों पर लगाम कसने की उनकी पहल कामयाब रही. आंकड़ों की बात करें तो साल 2012 में नए साल के जश्न वाली रात 838 ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले सामने आए थे. 2013 में 568, 2014 में 523 और 2015 में 705 लोगों के ड्रिंक एंड ड्राइव केस में चालान काटे गए थे.
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