नई दिल्ली: कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है. यह अब तक 40 से अधिक देशों में फैल चुका है. वहीं, भारत में अब तक इसके 21 मामले सामने आ चुके हैं. तेजी से फैलते कोरोना के इस नए सब-वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ […]
नई दिल्ली: कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है. यह अब तक 40 से अधिक देशों में फैल चुका है. वहीं, भारत में अब तक इसके 21 मामले सामने आ चुके हैं. तेजी से फैलते कोरोना के इस नए सब-वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ में शामिल किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अभी तक के विश्लेषण के मुताबिक मौजूदा वैक्सीन JN.1 वैरिएंट पर पूर्णतया कारगर है. कोरोना के इस नए सब-वैरिएंट से लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है. हालांकि, WHO ने सावधानी के तौर पर एक एडवाइजरी जरूर जारी की है. जिसमें लोगों को भीड़ वाले, बंद या दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क पहनकर जाने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही आवश्यक दूरी बनाकर रखने को भी कहा गया है.
वहीं, केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि अभी ज्यादा घबराने या तुरंत प्रतिबंध लगाकर सीमा पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, केरल और तमिलनाडु से लगे हुए सीमावर्ती जिलों को सतर्कता बरतनी होगी. इसके साथ ही क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान लोगों को सावधानी बरतने का निर्देश दिया या है.
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में सबसे पहला JN.1 वैरिएंट का मामला सामने आया था. एक 79 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि, बाद में वह पूरी तरह ठीक हो गई. वहीं विश्व की बात करें तो कोविड के सब-वैरिएंट JN.1 की पहला मामला यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में सामने आया था. यहीं से इसने तमाम देशों में पांव पसारना शुरू किया.