नई दिल्ली। 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाला है। जिसके दौरान PM को राजदंड सेंगोल भेंट किया जाएगा। जो मदुरई अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल की ओर होगा। प्रधान पुजारी को PM मोदी पर गर्व मदुरई अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी श्री […]
नई दिल्ली। 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाला है। जिसके दौरान PM को राजदंड सेंगोल भेंट किया जाएगा। जो मदुरई अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल की ओर होगा।
मदुरई अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल ने प्रधानमंत्री मोदी पर गर्व जताते हुए कहा कि उन्हें वैश्विक सराहना मिली है। उन्होंने ये भी कहा कि साल 2024 में नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री के रूप में लौटना चाहिए और ऐसे ही सबका मार्गदर्शन करना चाहिए।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्वतंत्रता के ऐतिहासिक प्रतीक सेंगोल की प्रथा को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है। शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन से पहले तमिलनाडु से सेंगोल प्राप्त करेंगे और वहीं इसे नए संसद भवन के अंदर स्थापित करेंगे।
सेंगोल तमिल भाषा के शब्द ‘सेम्मई’ से आया है जिसका अर्थ धर्म, निष्ठा और सच्चाई है। आपको बता दें कि राजदंड सेंगोल भारत की स्वतंत्रता से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रतीक है। जब अंग्रेजों ने भारत की आजादी का ऐलान किया था तो सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर सेंगोल का इस्तेमाल किया गया था। भारत की स्वतंत्रता के वक्त इस सेंगोल को प्राप्त करने की कहानी दुनियाभर के मीडिया ने कवर किया था।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने नए संसद भवन को देखने के लिए उत्सुकता दिखते हुआ कहा कि वो नए संसद भवन को प्रत्यक्ष देखने के लिए काफी उत्साहित है क्योंकि उन्होंने अभी तक भवन की सिर्फ तस्वीर ही देखी हुई हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने बिना वजह के विवाद पैदा किया हुआ है। जिस बात को जनता बिल्कुल भी स्वीकार नही करेगी।
मैं नया संसद भवन देखने के लिए उत्साहित हूं – माणिक साहा
नए संसद भवन का बहिष्कार करेंगी 19 विपक्षी पार्टियां, जारी किया संयुक्त बयान