नई दिल्ली: देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह संसद भारतीय एकता, अखंडता, विरासत और लोकतंत्र का अद्भुत उदाहरण है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन का निर्माण दिसंबर 2020 से चल रहा था। खास बात यह है कि नए संसद भवन के निर्माण पर […]
नई दिल्ली: देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह संसद भारतीय एकता, अखंडता, विरासत और लोकतंत्र का अद्भुत उदाहरण है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन का निर्माण दिसंबर 2020 से चल रहा था। खास बात यह है कि नए संसद भवन के निर्माण पर खर्च किया जाने वाला बजट अमेरिका द्वारा वियतनाम में बनाई जा रही दूतावास से कई प्रतिशत कम है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन ब्लिकेन, जिन्होंने हाल ही में वियतनाम का दौरा किया था, उन्होंने इस दूतावास की नींव रखी।
अमेरिका ने हाल ही में वियतनाम की राजधानी हनोई में स्थित दूतावास के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस पर करीब 1.2 बिलियन डॉलर खर्च किए जाएंगे। एक दिन पहले अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन ब्लिंकेन ने अपने वियतनाम दौरे के दौरान इस दूतावास का शिलान्यास किया था। इस राशि को भारतीय रुपये में देखें तो यह करीब 99 अरब 16 करोड़ 50 लाख है। जबकि इस रकम का करीब दसवां हिस्सा भारत में बने नए संसद भवन पर खर्च किया गया।
➨देश की संसद भवन पर खर्च हुआ इतना
देश की नई संसद के निर्माण पर करीब 971 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसमें दोनों सदन को आधुनिक सुविधाओं, केंद्रीय हॉल, आधुनिक चैंब, लाइब्रेरी से लैस किया गया है। इस चार मंजिला इमारत में छह गेट बनाए गए हैं, जिनमें से तीन मुख्य गेट VVIP और प्रमुख नेताओं के लिए हैं। वियतनाम पर खर्च किए गए अमेरिकी बजट की तुलना में देश को बहुत कम में नई संसद मिली।