नई संसद: उपसभापति हरिवंश ने पढ़ा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संदेश

नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ का संदेश पढ़ा है. नई संसद के परिसर से उपसभापति ने सबसे पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ का संदेश पढ़ा. हरिवंश ने उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ते हुए कहा कि संसद का यह गौरवशाली भवन नया इतिहास […]

Advertisement
नई संसद: उपसभापति हरिवंश ने पढ़ा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संदेश

Vaibhav Mishra

  • May 28, 2023 2:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ का संदेश पढ़ा है. नई संसद के परिसर से उपसभापति ने सबसे पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ का संदेश पढ़ा. हरिवंश ने उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ते हुए कहा कि संसद का यह गौरवशाली भवन नया इतिहास लिखेगा. वहीं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश पढ़ते हुए उपसभापति हरिवंश बोले नई संसद गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का प्रतीक है. मुझे इस बात का संतोष है कि प्रधानमंत्री संसद की नई इमारत का उद्घाटन कर रहे हैं.

नया संसद, नए माहौल और विचार को जन्म देगा

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि इस अमृत काल में विश्व में भारत का मान बढ़ा है. हमारी नई संसद आंतरिक और वैश्विक चुनौतियों को अवसरों में बदलने की क्षमता रखती है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे मजबूत भविष्य की नींव है. अनेकता में एकता हमारी ताकत है. मुझे विश्वास है कि नया संसद भवन, नया माहौल और नए विचारों को जन्म देगा. बिड़ला ने आगे कहा कि हमें अपनी संसदीय प्रणाली के अच्छे सिद्धांतों को आगे बढ़ाना चाहिए.

यह सपनों को साकार करने का साधन बनेगा

वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि यह नया संसद भवन हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा. यह भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. यह नया भवन एक विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि नए रास्तों पर चलते हुए ही नए प्रतिमान गढ़े जाते हैं. आज का नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है. आज नया जोश है. नई उमंग है, दिशा नई है, दृष्टि नई है.

आज संसद में पवित्र सेंगोल की स्थापना हुई

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक मौके पर कुछ देर पहले ही संसद के इस नए भवन में पवित्र सेंगोल की स्थापना हुई है. महान चोल साम्राज्य में सेंगोल को कर्तव्य पथ का, सेवा पथ और राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था. यही सेंगोल राजा जी और अधिनम संतों के मार्ग दर्शन में सत्ता के हस्तातंरण का प्रतीक बना था. पीएम ने कहा कि तमिलनाडु से विशेष तौर पर अधिनम के संत आज भवन में हमें आशीर्वाद देने के लिए यहां उपस्थित हुए थे.

पंचायत भवन से संसद भवन तक एक ही निष्ठा

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि इस नए संसद भवन ने करीब 60,000 श्रमिकों को रोजगार देने का काम किया. इनके श्रम को समर्पित करते हुए एक डिजिटल लाइब्रेरी बनाई गई है. आज जब हम लोकसभा और राज्यसभा को देखकर उत्सव मना रहे हैं तो मुझे इस बात का संतोष है कि हमने देश में 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन बनाए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पंचायत भवन से लेकर संसद भवन तक हमारी सिर्फ एक ही निष्ठा है और वो है विकास.

New Parliament House: नए संसद के उद्घाटन के बाद PM Modi ने किया ट्वीट, जानिए क्या कहा

नई संसद के उद्घाटन के बाद हुई ‘सर्व-धर्म’ प्रार्थना, PM मोदी और स्पीकर बिड़ला रहे मौजूद

Advertisement