नई दिल्ली। कल यानी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन होने जा रहा है। जिससे ठीक पहले आज 27 मई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए संसद भवन की कुछ तस्वीरें अपने ट्वीटर से साझा की हैं। CM योगी ने किया ट्वीट सीएम योगी ने नए संसद भवन की तस्वीरें […]
नई दिल्ली। कल यानी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन होने जा रहा है। जिससे ठीक पहले आज 27 मई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए संसद भवन की कुछ तस्वीरें अपने ट्वीटर से साझा की हैं।
सीएम योगी ने नए संसद भवन की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है कि ‘नया संसद भवन’ भारतीयता की सुगंध से सुवासित है।यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना, लोक-कल्याण की भावना, उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों व सनातन की सात्विक मर्यादाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह सच्चे अर्थों में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की समेकित तस्वीर है।
'नया संसद भवन' भारतीयता की सुगंध से सुवासित है।
यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना, लोक-कल्याण की भावना, उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों व सनातन की सात्विक मर्यादाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
यह सच्चे अर्थों में 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की समेकित तस्वीर है।#MyParliamentMyPride pic.twitter.com/PsKuA9kMKx
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 27, 2023
क्षेत्रफल : नया संसद भवन 65,000 वर्ग मीटर तक फैला है। जबकि पुराना संसद भवन 24,281 वर्ग मीटर में फैला हुआ है।
बैठने की व्यवस्था: नई संसद के राज्यसभा में 384 सदस्यों और लोकसभा में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है। जबकि वर्तमान के संसद भवन में राज्यसभा में 250 वहीं लोकसभा में 550 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है।
भवन का डिजाइन: दोनों भवनों के डिज़ाइन में काफी अंतर है। नया भवन को एचसीपी डिजाइन, योजना और प्रबंधन द्वारा डिजाइन किया गया है। यह वास्तुकार बिमल पटेल की कंपनी जो कि गुजरात की है। जबकि मौजूदा भवन ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया था।
सुविधाएं: नए भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेगी। इसमें कई नए इलेक्ट्रिक केबल्स लगाए गए हैं जिससे आग लगने का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि पानी की सप्लाई के लिए लगाए गए पाइपों, एयर कंडीशनिंग, अग्निशमन, सीवर लाइनों, ऑडियो-वीडियो सिस्टम,सीसीटीवी आदि जैसी सेवाओं में समय के साथ सुधार किये गए हैं।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल: नए भवन में काफी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है जैसे बायोमेट्रिक्स, ट्रांसलेशन सिस्टम, डिजिटल लैंग्वेज इंटरप्रिटेशन और प्रोग्राम करने योग्य माइक्रोफोन। साथ ही इसमें साउंड सिमुलेशन भी फिट किया गया है ताकि गूंज को सीमित किया जा सके।
Sengol: नए संसद भवन में स्थापित होगा सेंगोल, जानिए इस राजदंड का महत्व