नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (28 मई) संसद का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी थे। इसी बीच RJD ने विवादित ट्वीट करते हुए नए संसद की तुलना ताबूत से की है।जिसपर AIMIM नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरजेडी की आलोचना की। ओवैसी […]
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (28 मई) संसद का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी थे। इसी बीच RJD ने विवादित ट्वीट करते हुए नए संसद की तुलना ताबूत से की है।जिसपर AIMIM नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरजेडी की आलोचना की।
ओवैसी ने कहा कि अगर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नए संसद भवन का उद्घाटन करते तो ज्यादा बेहतर होता। आरजेडी के ट्वीट पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि RJD का कोई स्टैंड नहीं है। RJD संसद को ताबूत क्यों कह रहे हैं? जबकि पुराने संसद भवन को दिल्ली फायर सर्विस से क्लीयरेंस तक नहीं था। RJD कुछ और भी कह सकती थी , उन्हें इस एंगल लाने की क्या जरूरत है?
ये क्या है? pic.twitter.com/9NF9iSqh4L
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 28, 2023
RJD ने ट्वीट कर नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है। आरजेडी के ट्वीट हैंडल से एक फोटो शेयर किया गया। जिसमें संसद की बनावट को दिखाते हुए पूछा गया है कि “ये क्या है” ?इस दौरान मीडिया से बात करते हुए आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि, हमने अपने ट्वीट पर जिस चिन्ह का इस्तेमाल किया है। इसका कारण हम लोग राजनीति और लोकतंत्र का ताबूतीकरण नहीं होने देना चाहते हैं। लोकतंत्र का मंदिर संवाद की जगह है। लेकिन भाजपा सरकार के रहते हुए देश में संवादहीनता बढ़ी है। जिस तरह से देश पर राजतंत्र थोपने की कोशिश की जा रही है। वो पूरी तरह से गलत है।
RJD के ट्वीट का जबाव देते हुए भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि, आज भले ही सभी दलों के लोगों ने भवन बहिष्कार किया हो लेकिन कल सदन की कार्यवाही तो वहीं चलने वाली है। क्या राष्ट्रीय जनता दल ने यह तय कर लिया है कि वे नए संसद भवन का स्थायी रूप से बहिष्कार करेंगे? क्या वे लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे? संसद के साथ ताबूत का चित्र दिखाना इससे ज़्यादा अपमानजनक कुछ नहीं है।