प्रयागराज: बाहुबली के नाम से लोगों के ज़हन में ख़ौफ कायम करने वाला अतीक अहमद का अंत हो चुका है। बीते शनिवार अतीक अहमद मारा गया, उससे 2 दिन पहले उसका बेटा असद मारा गया, लेकिन बेगम शाइस्ता परवीन नहीं आई। अब यूपी पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है। कौशांबी से लेकर पश्चिम बंगाल तक छापेमारी की जा रही है।
शाइस्ता के कौशांबी, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, दिल्ली, ओखला, मुंबई और पश्चिम बंगाल में छिपे होने का शक जताया जा रहा है। इस बीच, यूपी पुलिस ने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के 20 से ज़्यादा मददगारों की पहचान की है जो उसकी मदद कर सकते हैं। इस मामले में पुलिस बनारस में रहने वाले अतीक के बहनोई से पूछताछ कर रही है। तो साथ ही अन्य नजदीकियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक शाइस्ता को जिन लोगों से मदद मिल सकती है उनमें अकामा बिल्डर्स के मालिक मोहम्मद मुस्लिम, असलम मंत्री, खालिद जफर, मो. नफीस, इरशाद उर्फ सोनू, अरशद, सुल्तान अली, नूर, राशिद उर्फ नीलू, आवेज अहमद, नजमे आलम उर्फ नब्बे, मो. आमिर उर्फ परवेज, मनीष खन्ना, नायब, ताराच ए गुप्ता, मो. अनस ए आसिफ उर्फ मल्ली के नाम शामिल है।
आखिर…. गुड्डू बमबाज़ कहां है? उमेश पाल की हत्या के मामले में शाइस्ता के साथ, गुड्डू बोम्बाज़ भी फरार चल रहे है। ये दोनों अतीक अहमद के सबसे बड़े राज हैं और पुलिस के मुताबिक जिस दिन ये पकड़े जाएंगे और मुंह खोलेंगे, कई राज खुलेंगे। गुड्डू वही शख्स है जो उमेश पाल पर बम फेंक रहा था। काला बैग निकालकर बम फेंकते हुए गुड्ड की सभी हरकतें सीसीटीवी में कैद हो गई। गुड्डू बमबाज उमेश पाल हत्याकांड के 53वें दिन तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। यूपी STF के मुताबिक पांच लाख का इनामी गुड्डू बेहद खूंखार अपराधी है। पुलिस के मुताबिक गुड्डू बमबाज यूपी से सैकड़ों किलोमीटर दूर कर्नाटक पहुंचा है। गुड्डू बमबाज पुलिस के लिए बेहद ही अनसुलझी पहेली बन चुका है।
गुड्डू मुस्लिम, अतीक और अशरफ को ऐसा लगता था कि असद और गुलाम का एनकाउंटर इसी वजह से हुआ है। बताया जाता है कि अतीक और अशरफ को लगातार इस बात की चिंता सता रही थी कि कहीं गुड्डू मुस्लिम को पकड़ न लिया जाए। दरअसल, अतीक अहमद का खास बमबाज गुड्डू मुस्लिम अतीक के सारे नेटवर्क को मेंटेन करता था। इस बात का खुलासा अतीक और अशरफ के रिमांड के दौरान हुआ था।
STF के मुताबिक, गुड्डू मुस्लिम पंजाब के रास्ते ISI के हथियार ले जाने का काम देखता था। प्रयागराज शूटआउट के अगले दिन गुड्डू मुस्लिम अपने पांच साथियों के साथ झांसी में सतीश पांडेय के घर रुका था। कुछ दिन बाद वे फिर से झांसी आया था। गुड्डू मुस्लिम दो बार झांसी जाने के बावजूद बच गया। झांसी में ही अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का एनकाउंटर हुआ था। गुड्डू का ताजा वीडियो मेरठ से आया है, जब अतीक के बहनोई डॉ. अखलाक के घर में पनाह ली थी। गुड्डू के साथ अतीक की बीवी शाइस्ता अभी फरार है। “न बेटे के जनाजे में दिखी और न ही पति की मिट्टी में” आखिर क्यों?
हत्या से कुछ मिनट पहले अतीक और अशरफ हथकड़ी से बंधे साथ-साथ चल रहे थे। इन्हीं के साथ चल रहे थे मीडिया के कैमरे और माइक। सवाल-जवाब का दौर चल रहा था। इसी बीच अशरफ के मुंह से गुड्डू मुस्लिम का नाम निकल गया। जिसके तुरंत बाद बाद गोली चल गई। अशरफ ने कहा था, ‘मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम’.. और बस पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगी। आखिर क्या थी वो मेन बात…? क्या गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ खुलासा करने वाला था अशरफ? क्या गुड्डू मुस्लिम का ठिकाना बताने वाला था अशरफ? अशरफ के मुंह से वो मेन बात क्या थी जो निकलते-निकलते रह गई?