NEET Exam: नीट परीक्षा पेपर साल्वर गिरोह को दिल्ली पुलिस ने एआई की मदद से 2 MBBS छात्र समेत 4 लोगों को किया अरेस्ट

नई दिल्ली: देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में नीट परीक्षा (NEET Exam) को गिना जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल इस परीक्षा को लगभग 23 से 24 लाख लोग देते हैं. इस परीक्षा को वही छात्र देते हैं जो मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए तैयारी करते हैं. इसी परीक्षा में धांधली की […]

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NEET Exam: नीट परीक्षा पेपर साल्वर गिरोह को दिल्ली पुलिस ने एआई की मदद से 2 MBBS छात्र समेत 4 लोगों को किया अरेस्ट

Mohd Waseeque

  • May 18, 2024 7:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

नई दिल्ली: देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में नीट परीक्षा (NEET Exam) को गिना जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल इस परीक्षा को लगभग 23 से 24 लाख लोग देते हैं. इस परीक्षा को वही छात्र देते हैं जो मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए तैयारी करते हैं. इसी परीक्षा में धांधली की शिकायतें भी बहुत ज्यादा सुनने को मिलती हैं. आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस की सहायता से दिल्ली पुलिस ने एक साल्वर गिरोह का पर्दाफाश किया है. नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महेला के मुताबिक नीट परीक्षा (NEET Exam) के समय नकल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नई दिल्ली जिले के स्पेशल स्टाफ ने पेपर सॉल्व करने वाले रैकेट में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

बॉयोडेटा न मिलने पर हुआ शक

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बीते 5 मई को भारतीय विद्या भवन मेहता विद्यालय में नीट परीक्षा (NEET Exam) के दौरान दो छात्रों का बायोमेट्रिक डेटा मैच नहीं हो रहा था, जिसकी वजह से पुलिस ने उनको हिरासत में लेकर पूछताछ की.और इनके खिलाफ तिलकनगर थाने में केस दर्ज कर लिया. ये दोनों साल्वर छात्र सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी हैं. जिन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

AI की मदद से की गई गिरफ्तारी

स्पेशल टीम ने इनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है. स्पेशल टीम बाकी आरोपियों का पता लगाने के लिए दिल्ली, अलवर, जयपुर और नोएडा में सिलसिलेवार छापे मारी कर रही है. दिल्ली पुलिस के ये छापे तकनीकी निगरानी से मिली खुफिया जानकारी पर आधारित थे.

ऐसे चला पता

पुलिस की पूछताछ में आरोपी सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी ने इस सिंडिकेट को चलाने वाले नामों का खुलासा किया, उनकी पहचान प्रभात कुमार और किशोर लाल के रूप में हुई. जबकि, उन्हें पकड़ना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ. काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें नोएडा के एक होटल से पकड़ा लिया गया.

यूपी, बिहार, बंगाल और राजस्थान से है लिंक

27 साल का किशोर लाल राजस्थान के जोधपुर निवासी है. किशोर ने मेडिकल स्कूल एडमिशन सलाहकार के रूप में काम करते हुए अव्वल छात्रों की पहचान की और फिर उन्हे एग्जाम में हेराफेरी करने के लिए पैसे की पेशकश की, जबकि दूसरा आरोपी 37 साल का प्रभात कुमार बिहार के पटना का रहने वाला है आरोपी पहले पटना में एक कोचिंग अकादमी चलाता था, और तीसरा आरोपी सुमित मंडोलिया भी राजस्थान के जयपुर का रहने वाला है, वह फिलहाल पश्चिम बंगाल के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकेंड ईयर का छात्र है, चौथा आरोपी कृष्ण केसरवानी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का निवासी है, फिलहाल वो उत्तराखंड के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर में पढ़ाई कर रहा हैै.

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