NEET Exam Controversy: सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्होंने NEET परीक्षा में धोखाधड़ी के आरोपों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कोर्ट ने कहा कि धोखाधड़ी से डॉक्टर बनने वाले व्यक्ति को समाज के लिए खतरनाक माना जाना चाहिए। 2015 की घटना का हवाला सुप्रीम कोर्ट ने […]
NEET Exam Controversy: सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्होंने NEET परीक्षा में धोखाधड़ी के आरोपों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कोर्ट ने कहा कि धोखाधड़ी से डॉक्टर बनने वाले व्यक्ति को समाज के लिए खतरनाक माना जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने 2015 की AIPMT परीक्षा का हवाला देते हुए कहा कि उस समय भी ऐसे ही आरोप सामने आए थे और कोर्ट ने परीक्षा को रद्द कर दिया था। कोर्ट ने टिप्पणी की कि जब परीक्षा प्रणाली में गड़बड़ी होती है, तो इसका सीधा असर छात्रों और समाज दोनों पर पड़ता है।
इस बार भी NEET परीक्षा में धांधली के आरोप लगे हैं, जिन पर सुप्रीम कोर्ट ने NTA से जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे कृत्य दोबारा न हों।
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो व्यक्ति धोखाधड़ी करके डॉक्टर बनता है, वह समाज के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे व्यक्ति की गलतियों का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ सकता है, जो अस्वीकार्य है। कोर्ट ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने NTA को नोटिस जारी कर पूछा है कि वे इन आरोपों पर क्या कार्रवाई कर रहे हैं। कोर्ट ने NTA को जल्द से जल्द इस मामले में अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
NEET परीक्षा में धांधली के आरोपों से छात्रों और उनके अभिभावकों में भारी चिंता और असंतोष व्याप्त है। कई छात्रों ने परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इस घटना ने एक बार फिर परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों, अभिभावकों और समाज के सभी हिस्सों ने परीक्षा प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की अपील की है।
NEET परीक्षा में धांधली के आरोपों ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस नोटिस से उम्मीद है कि इस मामले में सच्चाई सामने आएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। यह जरूरी है कि चिकित्सा के क्षेत्र में आने वाले सभी लोग अपनी योग्यता के बल पर आगे बढ़ें ताकि समाज को योग्य और ईमानदार डॉक्टर मिल सकें।
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