नई दिल्ली. NEET 2020 Preparation Tips: अगर आप वर्ष 2020 में होने वाली नीट यूजी पीजी 2020 एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा नीट पीजी 2020 के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो कि 21 नवंबर तक चलेगी. नीट पीजी 2020 एग्जाम का आयोजन 5 जनवरी 2020 को किया जाएगा. परीक्षा का रिजल्ट 31 जनवरी 2020 को घोषित किया जाएगा. जिन उम्मीदवारों ने अभी तक नीट पीजी 2019 एग्जाम के लिए आवेदन नहीं किया है वह आधिकारिक वेबसाइट nbe.edu.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की नीट यूजी पीजी एग्जाम की तैयारी करें. ऑर्टिकल में बताए गए तरीकों को अपनाकर आप आसानी से नीट यूजी पीजी एग्जाम क्रैक कर सकते हैं.
नीट यूजी एग्जाम के लिए योग्यता
नीट यूजी एग्जाम में वहीं छात्र बैठ सकते हैं. जिन्होंने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री बॉयोलॉजी विषय के साथ 50 फीसदी अंकों के साथ पास की हो. नीट यूजी एग्जाम के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की उम्र 17 वर्ष से कम और 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को निर्धारित मानकों के अनुसार उम्रसीमा में छूट मिलेगी. इसके साथ ही उम्मीदवारों के पास आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, बैंक अकाउंट, पासपोर्ट में कोई पहचान पत्र होना जरूरी है. आवेदन के समय इनमें से किसी एक प्रमाणपत्र की जरूरत पड़ेगीय आधार कार्ड या पासपोर्ट के अंतिम चार अंक रिजस्ट्रेशन के दौरान भरने होते हैं.
नीट पीजी एग्जाम के लिए योग्यता
नीट पीजी एग्जाम के लिए आवेदन करने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री या एमबीबीएस पास प्रमाणपत्र होना आवश्यक है. इसके अलावा उम्मीदवार के पास मेडिकल काउंसिल ऑफ इडिया या स्टेट मेडिकल काउंसिल द्वारा जारी एमबीबीएस योग्यता का स्थायी या अनंतिम पंजीकरण प्रमाणपत्र होना जरूरी है.
बेसिक तैयारी मजबूत होना जरूरी
अगर आप डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं तो आपको नीट की तैयारी 11वीं क्लास से ही शुरू कर देनी चाहिए. दरअसल 11वीं क्लास का सिलेबस बेसिक होता है, जिसको समझना बेहद जरूरी है. अगर आपने एक बार बेसिक समझ लिया तो आपके लिए नीट की तैयारी आसान हो जाएगी. लेकिन अगर कोई छात्र 12वीं में आकर या 12वीं के बाद कुछ दिनों की देरी के बाद नीट की तैयारी शुरू करता है तो उसको मुश्किल आ सकती है.
दरअसल इसके पीछे वजह ये है 12वीं या उसके कुछ समय बाद तैयारी शुरू करने वाले छात्र को 11वीं का सिलेबस एक बार फिर अच्छी तरह से पढ़ना होगाय अगर आप 11वीं क्लास के फिजिक्स और केमिस्ट्री के कांसेप्ट समझ गए तो आपके लिए नीट क्रैक करना काफी आसान हो जाएगा. नीट पीजी एग्जाम के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को एक बार फिर से अपने एमबीबीएस के सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़ना होगा. जिस मेडिकल कोर्स में वह मास्टर्स की डिग्री लेना चाहते हैं उसके पूरे सिलेबस को उनके लिए पढ़ना जरूरी है.
सही स्डडी मैटेरियल का चुनाव करना बेहद जरूरी
आपको बता दें कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए सही स्टडी मैटेरियल का चुनाव करना बेहद जरूरी होता है. नीट एग्जाम का पूरा सिलेबस एनसीईआरटी की किताबों पर आधारित होता है. इसके लिए एनसीईआरटी 11वीं और 12वीं की फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी की सभी किताबों का कलेक्शन होना बेहद जरूरी है. इसके अलावा मार्केट से भी सिलेबस के अनुसार अध्यय सामग्री खरीद सकते हैं. सही अध्ययन सामग्री का चुनाव आपके लिए जरूरी है. स्टडी मैटेरियल के चुनाव के लिए आप एक्सपर्ट से सुझाव भी ले सकते हैं. क्योंकि सही स्टडी मैटेरियल का चुनाव नहीं करने पर छात्रों का जरूरत से ज्यादा समय उन किताबों को पढ़ने में बीत जाता है जो नीट एग्जाम के लिए इतना महत्व नहीं रखती है.
पढ़ाई के लिए बनाए गए अच्छा टाइम टेबल
नीट जैसे किसी भी कठिन प्रतियोगी परीक्षा को पास करने के लिए एक सही योजना यानी टाइम टेबल बनाकर पढ़ना बेहद जरूरी है. इसके लिए नीट की तैयारी कर रहे सभी छात्र एक अच्छा टाइम टेबल बना लें और उसका सख्ती से पालन करें. नीट की तैयारी कर रहे छात्र टाइम टेबल में किसी भी विषय के लिए 3 घंटे से ज्यादा का समय नहीं रखें. क्योंकि आपको कम समय में ज्यादा पढ़ना है इसलिए टाइम टेबल बनाकर पढ़े और किस दिन पर क्या पढ़ना है ये पहले से ही डिसाइड कर लें.
एग्जाम पैटर्न और सिलेबस की जानकारी रखें
अगर आप नीट एग्जाम क्रैक करना चाहते हैं तो आपको इसकी सही जानकारी होना जरूरी है. इसके लिए आप एग्जाम पैटर्न, सिलेबस, मार्क्स, परीक्षा की तारीख, परीक्षा अवधि की सही जानकारी अपने साथ रखे और फिर उसके अनुसार तैयारी करे. अगर आप एग्जाम पैटर्न और सिलेबस के अनुसार तैयारी करते जाएंगे नीट एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकते हैं.
विषयों को प्राथमिकता के आधार पर बांटे
नीट एग्जाम का सिलेबस तीन विषयों बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजक्स पर आधारित होता है इसलिए इन विषयों को अपनी रुचि के आधार पर बांट देना चाहिए. जिन विषयों में आप कमजोर है उन विषयों पर आपको ज्यादा समय देने की जरूरत हैं. इसलिए पढ़ाई के लिए बनाए गए टाइम टेबल में जिन विषयों पर आपकी पकड़ कमजोर है उस पर ज्यादा समय दें. जिन विषयों में आपको रुचि नहीं है उन विषयों को भी आपको पढ़ना तो पड़ेगा ही इसलिए ऐसे विषयों को समझने की कोशिश करें.
पिछले साल के पेपर और मॉडल पेपर को करें हल
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए जरूरी है कि आप उस परीक्षा के पिछलें कुछ सालों के पेपर को हल करके देखें. पिछले वर्षों के पेपर को हल करने पर आपको एग्जाम पैटर्न के बारे में अंदाजा हो जाएगा. इसके साथ ही लेटेस्ट मॉडल पेपर को हल करने पर आपको पता चल जाएगा कि आने वाले एग्जाम का पेपर कैसे रह सकता है.
मॉक टेस्ट है सबसे जरूरी
अगर आप नीट एग्जाम में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको इसके मॉक टेस्ट अभी से देने शुरू करना चाहिए. अगर आप मॉक टेस्ट देते हैं तो आपको एग्जाम का काफी हद तक आईडिया हो जाएगा. इसके अलावा मॉक टेस्ट ज्वाईन करने से आपकी स्पीड काफी बढ़ जाएगी.
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