NDA का बिखर रहा कुनबा, 4 साल में 8 पार्टियों ने छोड़ा साथ

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी 2014 से अपने दम पर दिल्ली की सत्ता में बैठी है. 2019 लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी के सहयोगी दल लगातार साथ छोड़ रहे है. एनडीए यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा भी शामिल है. हाल हीं तमिलनाडु में सक्रिय पार्टी AIDMK से बीजेपी के रिश्ते खराब हो गए है वहीं हरियाणा में बीजेपी का गठबंधन दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से है. इसी बीच जेजेपी धमकी दे रही है कि बीजेपी का साथ छोड़ देंगे. हरियाणा में अगर जेजेपी ने साथ छोड़ा तो बीजेपी की सरकार भी गिर सकती है.

2014 में 29 पार्टियां थी साथ

बात अगर हम 1998 से शुरू करे तो 1998 में बीजेपी के साथ 14 पार्टियां थी. सबसे अधिक पार्टियां बीजेपी के साथ 2014 में थी तब लोकसभा की 300 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में बीजेपी के साथ 29 पार्टियां थी. वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव के समय 18 पार्टियां थी. मौजूदा समय में एनडीए के चैयरमैन है लेकिन संयोजक का पद खाली है.

बिहार में मजबूत पकड़ रखने वाली जेडीयू ने भी बीजेपी का साथ छोड़ आरजेडी का दामन थाम लिया है. बिहार में लोकसभा की 40 सीटे है. 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 39 सीटों पर जीत मिली थी तब बीजेपी ने जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.

जेपी नड्डा मंथन में जुटे

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार क्षेत्रीय दलों के साथ संपर्क कर रहे है. लोकसभा चुनाव में अब एक साल का कम समय बीजेपी अभी से मंथन करना शुरू कर दिया है. 30 मई से 30 जून तक बीजेपी महा जनसंपर्क अभियान चला रही है. इस अभियान के जरिए कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम कर रही है और मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियां गिनवा रही है.

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