ND Tiwari Death Condolence LIVE Update: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का गुरुवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया. वह 93 साल के थे. एनडी तिवारी पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. एनडी तिवारी की अचानक मृत्यु पर शोक संदेशों का तांता लगा है. इसके अलावा आज बीजेपी और कांग्रेस कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धाजलि अर्पित की. गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित की. शनिवार को अंतिम दर्शनों के लिए उनका पार्थिव शरीर लखनऊ लाया जायेगा.
नई दिल्ली. ND Tiwari Death Condolence LIVE Update: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का 93 साल की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया. उनकी अचानक मौत पर सभी राजनीतिक दलों ने गहरा शोक व्यक्त किया है. बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से कई वरिष्ठ नेताओं ने एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित की. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिवंगत नेता एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद ने एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित की. शनिवार को एनडी तिवारी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ लाया जाएगा.
गुरुवार को हुई एनडी तिवारी की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई बड़े कांग्रेस, बीजेपी और अन्य राजनीतिक दलों के दिग्गजों ने एनडी तिवारी की अचानक मृत्यु पर शोक जताया है. वहीं उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.
गौरतलब है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे एनडी तिवारी ने तीन बार उत्तर प्रदेश के सीएम पद की कुर्सी संभाली. जिसके बाद साल 2000 में उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश राज्य के विभाजन के बाद साल 2002 में एनडी तिवारी चौथी बार मुख्यमंत्री बने. यह पहली बार हुआ कि किसी एक राजनेता ने अपने जीवन में अलग-अलग समय दो राज्यों के सीएम पद की शपथ ली. हालांकि एनडी तिवारी का सियासी करियर यहीं नहीं रुका, इसके बाद वे साल 2007 में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे.
बता दें कि एनडी तिवारी का विवादों के साथ चोली-दामन का साथ रहा है. दरअसल एनडी तिवारी पर एडवोकेट रोहित शेखर ने अपना जैविक पिता होने का केस किया था. हालांकि काफी लंबे समय तक केस चलने के बाद एनडी तिवारी ने रोहित को अपना बेटा स्वीकार किया था.