Retired Railway Workers: यात्री ट्रेन और मालगाड़ियों की गतिशीलता को सुधारने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर सभी जोनल रेलवे के मंडलों पर गति शक्ति इकाई स्थापित की गई है। महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गति शक्ति यूनिट रेलवेे में रिटायर कर्मियों को अब फिर से सेवा करने का मौका मिलेगा। महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गति शक्ति यूनिट के […]
Retired Railway Workers: यात्री ट्रेन और मालगाड़ियों की गतिशीलता को सुधारने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर सभी जोनल रेलवे के मंडलों पर गति शक्ति इकाई स्थापित की गई है।
रेलवेे में रिटायर कर्मियों को अब फिर से सेवा करने का मौका मिलेगा। महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गति शक्ति यूनिट के तहत होने वाले रेलवे के तमाम कार्यों में सेवानिवृत्त रेलकर्मियों के अनुभव का लाभ लिया जाएगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे जोन के प्रयागराज, झांसी एवं आगरा मंडल के डीआरएम को सेवानिवृत्त कर्मियों फिर से नियुक्त करने की प्रक्रिया के लिए अधिकृत किया है।
यात्री ट्रेन और मालगाड़ियों की गतिशीलता को सुधारने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर सभी जोनल रेलवे के मंडलों पर गति शक्ति इकाई स्थापित की गई है। NCR के तीनों मंडलों में इकाई स्थापित हो चुकी है। ताकि NCR में चल रहे निर्माण एवं अन्य कार्यों में तेज रफ्तार आए।
गति शक्ति इकाई में दूरसंचार, इंजीनियरिंग, सिगनल और वित्त विभागों के कर्मचारी काम करेंगे। कार्यों को तेज रफ्तार करने के लिए अनुभवी रेलकर्मियों को शामिल किया जाएगा। NCR समेत सभी जोनल रेलवे को सेवानिवृत्त रेलकर्मियों की योग्यता के हिसाब से फिर से नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा रिटायर्ड सुपरवाइजरों की भी भर्ती होगी।
इन सभी कर्मचारीयों को तय मानदेय पर भुगतान किया जाएगा। इन सुपरवाइजरों के अनुभवों के जरिये रेलवे अपने लंबित कामों को जल्द निपटाएगा। इस बारे में NCR के CPRO डॉ. शिवम शर्मा का कहना है कि गति शक्ति यूनिट गठन करने के पीछे इरादा यही है कि लंबित कार्यों को तेज गति मिले।
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