NCRB Data on Anti National Crime in India: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो एनसीआरबी के डेटा में खुलासा- भारत में 1450 अपराधों में देश विरोधी लोगों का हाथ

NCRB Data on Anti-National Crime in India, Bhaarat me desh virodhi Apraadho per NCRB ka Data: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, एनसीआरबी ने डाटा जारी करके जानकारी दी है कि भारत में 1450 अपराधों में देश विरोधी लोग शामिल रहे. आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्र-विरोधी तत्वों ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और विशेष स्थानीय कानून (एसएलएल) के विभिन्न वर्गों के तहत 1450 अपराध किए हैं. 2000 के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम / साइबर आतंकवाद के तहत राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया था.

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NCRB Data on Anti National Crime in India: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो एनसीआरबी के डेटा में खुलासा- भारत में 1450 अपराधों में देश विरोधी लोगों का हाथ

Aanchal Pandey

  • October 23, 2019 9:03 am Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, एनसीआरबी जो गृह मंत्रालय के तहत काम करता है ने सोमवार को भारत 2017 रिपोर्ट में अपना अपराध रिकॉर्ड जारी किया. यह रिपोर्ट देश में अपराध के आंकड़ों का आधिकारिक स्रोत है. 2017 की रिपोर्ट पहली बार राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा अपराध पर आंकड़े देती है. आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रविरोधी तत्वों ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और विशेष स्थानीय कानून (एसएलएल) के विभिन्न वर्गों के तहत 1450 अपराध किए हैं. 2017 में आईपीसी और एसएलएल के तहत अपराध की घटनाओं की कुल संख्या 5 मिलियन थी. इसका मतलब यह है कि देश में कुल आईपीसी और एसएलएल अपराधों के लिए राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा किए गए अपराधों में 0.02% की हिस्सेदारी है. सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम / साइबर आतंकवाद, 2000 के तहत राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया था.

आतंकवादियों (जिहादी आतंकवादियों सहित) द्वारा किए गए 377 आईपीसी और एसएलएल अपराधों में से 169 जम्मू और कश्मीर में थे. मणिपुर में इस श्रेणी के तहत 199 अपराधों का हिसाब है. मणिपुर उत्तर-पूर्व विद्रोहियों (317) और आतंकवादियों (जिहादी आतंकवादियों) द्वारा किए गए अपराधों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे ऊपर है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों / एलडब्ल्यूई द्वारा किए गए अपराधों (492) की संख्या सबसे अधिक देखी गई. रिपोर्ट 2017 में राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा हमलों का विवरण भी देती है. 2017 में इन हमलों में 269 नागरिक और पुलिस / राज्य / सेना के जवान मारे गए थे. 2017 में मारे गए चरमपंथियों / हमलावरों की संख्या 271 है, जबकि अन्य 1285 ने आत्मसमर्पण किया या गिरफ्तार किए गए.

राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा 783 हमलों में से 50 प्रतिशत से अधिक पुलिस स्टेशनों या शिविरों पर थे. इन 413 हमलों में से 308 के लिए नक्सली / एलडब्ल्यूई जिम्मेदार थे. राष्ट्रविरोधी तत्वों ने 2017 में पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से 1154 पिस्तौल, 66 एके 47/56/74/87 प्रकार की राइफल और तीन लाइट मशीन गन / अन्य मशीन गन सहित 1845 हथियार छीन लिए. उन्होंने गोला बारूद, एके राइफल के लिए 7671 गोलियां सहित 13094 गोलियां भी छीनीं. राष्ट्र-विरोधी तत्वों से बरामद वस्तुओं में 1.26 करोड़ रुपये नकद, 12 किलोग्राम ड्रग्स और 30 रेडियो सेट थे.

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