हनुमान चालीसा विवाद: शरद पवार बोले- महंगाई, बेरोजगारी के बजाय धर्म के नाम हो रही राजनीति

नई दिल्ली: देशभर में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बहस जारी है। त्योहारों के मौके पर पत्थरबाजी हो या फिर लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद लगातार जारी है। ऐसे तमाम मुद्दों पर राजनीतिक घमासान भी मचा हुआ है और राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। अब इसको लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जरूरी मुद्दों को छोड़कर देश में जाति और धर्म जैसे मुद्दों पर बहस चल रही है जिससे देश पीछे जा रहा है।

असली मुद्दों पर नहीं हो रही बात

एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा कि हम पिछले कुछ दिनों से देख रहे हैं कि धर्म और जाति के नाम पर देश को पीछे ले जाने का काम किया जा रहा है। लेकिन लोगों को असली मुद्दे क्या है यह पता ही नहीं है? बढ़ती महंगाई, खाने और बेरोजगारी को लेकर बात होनी चाहिए लेकिन कोई भी इनकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। शरद पवार ने आगे कहा कि अगर आप आज टीवी खोल कर देखते हैं तो कोई कहता है कि वह एक सभा का आयोजन करने जा रहा है तू वही दूसरा कहता है कि वह हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहता है। क्या यह सभी सवाल आपके मूलभूत मुद्दों का समाधान है. इस सब से लड़ने के लिए हमें शाहू महाराज और बाबासाहेब आंबेडकर के रास्ते पर चलना होगा

नफरत फैलाने की हो रही कोशिश

इस पहले भी शरद पवार आरोप लगा चुके हैं कि दिल्ली की तरह महाराष्ट्र में भी सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि लगातार लोगों और समाज को भड़काने की कोशिश की जा रही है, माहौल बिगाड़ने का काम किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हिंदू मुस्लिम समाज को भाईचारा बनाया रखना चाहिए।

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