भोपाल। मध्य प्रदेश मे इस समय नक्सली आक्रामक मुद्रा में देखे जा सरते हैं। वे आज यानि दो दिसंबर को बड़े पैमाने में भर्ती की तैयारियों में लग गए हैं. इस दौरान उन्होने मंडला बालाघाट जिलों मे पोस्टर चिपकाते हुए युवाओं को पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी(पीएलजीए) से जुड़ने की गुहार लगाई है। अचानक क्यों […]
भोपाल। मध्य प्रदेश मे इस समय नक्सली आक्रामक मुद्रा में देखे जा सरते हैं। वे आज यानि दो दिसंबर को बड़े पैमाने में भर्ती की तैयारियों में लग गए हैं. इस दौरान उन्होने मंडला बालाघाट जिलों मे पोस्टर चिपकाते हुए युवाओं को पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी(पीएलजीए) से जुड़ने की गुहार लगाई है।
इस दौरान अचानक नक्सलियों के आक्रामक होने की दो वजह हैं, पहली तो वह दो से आठ दिसंबर तक नक्सल सप्ताह की 22वीं सालगिरह मनाते हैं जिसके लिए वह बड़े पैमाने में युवाओं को भर्ती करने में लगे हुए हैं। दूसरी वजह यह है कि, 30 नवंबर को पुलिस ने मंडला-बालाघाट जिले में सीमा पर मुठभेड़ के दौरान दो नक्सली कमांडरों को मार गिराया था।
इस घटना से आहत नक्सली संगठन ने भर्ती की योजना बनाना आरम्भ कर दिया है, इस घटना के बाद यह आभास लगाया जा रहा है कि, नक्सली किसी न किसी घटना को अंजाम देने का मूड बनाए हुए हैं।
छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र सुपखार-मोतीनाला के जंगल और बालाघाट, मंडला के पास हुई मुठभेड़ में गणेश मरावी और राजेश झिरम को हॉक फोर्स ने मार गिराया था, करीब आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में हॉक फोर्स ने 43 लाख के ईनामी दो खूंखार आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए दोनों ही नक्सली हिडमा के साथ काम कर चुके थे। इस मुठभेड़ के दौरान एक महिला नक्सली फरार हो गई।
मुठभेड़ के बाद हॉक फोर्स द्वारा ढेर किए गए आतंकियों को पास से खतरनाक हथियारों के साथ-साथ उनके पास कुछ पर्चे भी मिले। यह वह पर्चे हैं जो जंगलों के पेड़ों पर चिपकाए गए थे। इन पर्चों में बेरोज़गार युवा एवं युवतियों से पीएलजीए में भर्ती होने की अपील की गई थी पर्चों पर साफ तौर पर लिखा है कि, शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ जनयुद्ध तेज करो और इस व्यवस्था को ध्वस्त करो।