बीते दिनों में कुछ हिंदुवादी संगठनों द्वारा क्रिसमस सेलिब्रेशन में विध्न डालने के मामले सामने आए हैं. यूपी और राजस्थान में दो मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में जालंधर स्थित चर्च के बिशप फ्रांको ने चिंता जताई थी. इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कड़ी चेतावनी जारी की है.
नई दिल्ली. दुनियाभर में क्रिसमस सेलिब्रेशन की तैयारियां चल रही हैं. ऐसे में भारत में कई जगह से क्रिसमस के जश्न में विध्न डालने की खबरें सामने आ रही हैं. बीते दिनों यूपी और राजस्थान में सेलिब्रेशन में विध्न डालने के मामले सामने आए हैं. ऐसे में पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने क्रिसमस के जश्न में विध्न डालने वालों को सावधान करते हुए कड़ी चेतावनी दी है. गुरुवार को सिद्धू ने कहा कि पंजाब में जो भी ईसाइयों को नीचे गिराएगा उसकी आंख निकाल ली जाएगी. पंजाब में किसी को भी त्योहार में खलल डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी. यहां सभी समुदाय शांतिपूर्ण रहते हैं और हर व्यक्ति को किसी भी धर्म का प्रचार और उसे मानने का पूरा हक है.
सिद्धू ने यह चेतावनी ईसाइयों के एक कार्यक्रम में दी. मसीह महासभा और जालंधर स्थित रोमन कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने वाले बिशप फ्रांको मुलाक्कल भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे. उन्होंने देश के अलग-अलग भागों में क्रिसमस मनाने को लेकर हो रहे विवाद पर चिंता जताई थी. बिशप फ्रांको का कहना था कि देश के कई भागों में ईसाइयों को क्रिसमस मनाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. यह हमारे बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन है.
सिद्धू ने बिशप के चिंता जताए जाने के बाद ही यह प्रतिक्रिया दी है. सिद्धू ने कहा धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार भारतीय संविधान का हिस्सा है. मेरी सरकार ने वादा किया है कि प्रत्येक समुदाय को उनके धार्मिक त्योहार मनाने के लिए उन्हें स्वतंत्र और निष्पक्ष वातावरण दिया जाएगा. इसके साथ ही सिद्धू ने कहा कि प्रत्येक धर्म के लोगों के लिए स्वर्ण मंदिर के द्वार खुले हैं. पंजाब में सभी धर्म के लोग पूर्ण सामंजस्य के साथ रहते हैं. हम वादा करते हैं कि राज्य सरकार किसी को भी शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने नहीं देगी.
आपको बता दें कि बुधवार रात राजस्थान के प्रतापगढ़ में क्रिसमस के आयोजन में विध्न डालने का मामला सामने आया था. यहां स्थानीय संगठन के लोगों ने कम्युनिटी सेंटर में क्रिसमस के आयोजन के दौरान तोड़-फोड़ कर दी थी. उपद्रवियों का आरोप था कि आयोजन के बहाने ये लोग धर्मांतरण करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही यूपी के अलीगढ़ में हिंदू जागरण मंच ने ईसाइ स्कूलों को धमकी देते हुए कहा था कि हिंदू बच्चों को क्रिसमस सेलिब्रेशन से दूर रखें. ऐसे में यूपी सरकार ने सख्ती दिखाते हुए ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
अपनी डिलीवरी से पहले प्री-क्रिसमस पार्टी में कुछ इस अंदाज में दिखी करीना