West Bengal Doctor Attack Nationwide Medical Protest: बंगाल में डॉक्टर के साथ हुई हिंसा का मामला बढ़ता ही जा रहा है. देशभर में अब तक 948 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं. अकेले पश्चिम बंगाल में ही 300 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है. एम्स (AIIMS) रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल तो खत्म कर दी है लेकिन बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को डॉक्टरों की मांगें पूरी करने का 48 घंटे का समय दिया है. ममता बनर्जी आज हिंसा में घायल हुए डॉक्टर से मिलेंगी.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में दो जूनियर डॉक्टर के साथ हुई मारपीट के बाद पूरे देश के डॉक्टर काफी गुस्से में हैं. पूरे देश में आज पांचवे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. बंगाल में हुई इस घटना ने पूरे देश के डॉक्टरों को एकजुट खड़ा कर दिया है. बंगाल से लेकर दिल्ली तक की स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प पड़ गई हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. हालांकि कुछ अस्पतालों में सिर्फ ओपीडी सेवाएं ही बंद की गई हैं और इमरजेंसी सेवाए पूरी तरह चालू हैं. इसी बीच राहत की खबर यह है कि दिल्ली के एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल को खत्म कर दिया है और वापस काम पर लौट आए हैं. एम्स के डॉक्टरों ने प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को उनकी मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि मांगें पूरी नहीं हुईं को वे अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे.
आपको बता दें कि बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट का यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. देश के सभी डॉक्टर एकजुट नजर आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल में 11 जून को डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा के बाद शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन और हड़ताल का पूरे देश के डॉक्टरों ने जमकर समर्थन किया.पश्चिम बंगाल में अब तक 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें से कोलकाता के एसएसकेएम हॉस्पिटल के 175 डॉक्टरों ने सामुहिक इस्तीफा दिया है. वहीं आर जी कर मेडिकल कॉलेज में 95 डॉक्टर इस्तीफा सौंप चुके हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों की इस हड़ताल को भाजपा की साजिश बताया. ममता बनर्जी ने डॉक्टरों के जल्द हड़ताल खत्म करने की चेतावनी भी दी थी. जानकारी के अनुसार सीएम ममता बनर्जी आज हिंंसा में घायल हुए डॉक्टर से मुलाकाक करेंगी.
17 जून को होगी देशभर में हड़ताल
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA)और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि देशभर के 19 राज्यों के डॉक्टर्स एक साथ मिलकर 17 जून को देशभर में हड़ताल करेंगे. डॉक्टरों ने सरकार को पत्र लिखकर डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय अस्पताल सुरक्षा कानून बनाने की मांग की है.
दिल्ली के एम्स में डॉक्टरों का सांकेतिक विरोध जारी है. डॉक्टर अस्पताल के अंदरल हेलमेट पहन कर मरीजों को देख रहे हैं.
Delhi: Resident doctor at All India Institute of Medical Sciences continues with symbolic protest by wearing helmet. #DoctorsProtest pic.twitter.com/pTvkkS1MgR
— ANI (@ANI) June 15, 2019
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मेडिकर सुप्रिंटेंडेंट वी के तिवारी ने कहा है कि रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. डॉक्टरों ने ओपीडी और वॉर्ड में काम करना बंद कर दिया है. लेकिन इंमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी.
VK Tiwari, Medical Superintendent, Ram Manohar Lohia Hospital, Delhi: Resident doctors are on strike today. They have suspended work only in OPD and wards, Emergency services are running normally. We condemn the incident of violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/AZaLDJwno7
— ANI (@ANI) June 15, 2019
एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह मल्ही ने कहा है कि सभी रेजिडेंट डॉक्टर काम पर वापस आ गए हैं, लेकिन डॉक्टर काले बैज, पट्टियां और हेलमेट पहनकर सांकेतिक विरोध जारी रखेंगे. अगर हालत बिगड़े तो 17 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
Amrinder Singh Malhi, President, RDA (Resident Doctors' Association), AIIMS: All resident doctors are back to work but we will continue with symbolic protest by wearing black badges, bandages&helmets. If condition worsens we will go on indefinite strike from June 17. pic.twitter.com/nOxcqPCSsi
— ANI (@ANI) June 15, 2019
कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने आज पांचवें दिन भी हड़ताल जारी रखी है.
Kolkata: Junior doctors of NRS Medical and Hospital continue their strike for the fifth day over violence against doctors. #WestBengal pic.twitter.com/FIAlKIFwDR
— ANI (@ANI) June 15, 2019