West Bengal Doctor Attack Nationwide Medical Protest Highlights: कोलकाता, पश्चिम बंगाल में डॉक्टर पर हुए हमले के खिलाफ शुक्रवार को देशभर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. अब तक पश्चिम बंगाल के 175 डॉक्टरों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस प्रदर्शन में महाराष्ट्र, दिल्ली, बंगाल के डॉक्टर शामिल हैं. पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों ने गुरुवार को भी प्रदर्शन किया था. इसमें अब देशभर से डॉक्टर शामिल हो गए हैं. डॉक्टरों के साथ मेडिकल एसोसिएशन भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं. कहा जा रहा है कि डॉक्टर हड़ताल पर भी रहेंगे. हालांकि इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
नई दिल्ली. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, आईएमए डॉक्टरों के खिलाफ हिंसक हमलों की बढ़ती संख्या के विरोध में शुक्रवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जारी है. आईएमए ने कहा कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में पश्चिम बंगाल के डॉक्टर परिभा मुखर्जी पर हमले के बाद संगठन एक आंदोलन चल गया है. इस समय डॉक्टर मुखर्जी गंभीर है और अपने जीवन के लिए लड़ रहा है. एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हिंसा की निंदा करते हुए, आईएमए ने घोषणा की कि पूरी मेडिकल बिरादरी ने घायल डॉक्टरों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है. इस मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि वह इस संबंध में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से बात करेंगे. फिलहान पश्चिम बंगाल में अब तक 175 डॉक्टर अपना इस्तीफा दे चुके हैं.
विरोध प्रदर्शन के तहत, देश के सभी डॉक्टर काले बैज पहनेंगे. आईएमए की राज्य इकाइयों द्वारा धरना या विरोध सभाएं संबंधित राज्य और जिला मुख्यालयों पर आयोजित की जा रही हैं. अस्पताल हिंसा के खिलाफ केंद्रीय कानून की एक अपील भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को आईएमए की सभी 2500 स्थानीय शाखाओं द्वारा ई-मेल की जाएगी. मेडिकल छात्र और जूनियर डॉक्टर भी विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं.
यहां देखें Nationwide Doctor Protest over Attack in West Bengal Live Updates:
शाम 4:15 बजे- पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और डॉक्टरों के बीच काफी विवाद हो गया है. जहां ममता सरकार डॉक्टरों को काम पर लौटने का निर्देश दे रही है, वहीं डॉक्टर अपनी मांग पर अड़े हैं. इस बीच कोलकाता हाई कोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार को निर्देश दिया है कि वह हड़ताली डॉक्टरों से बात करे.
Calcutta High Court gives 7 days to West Bengal govt to respond while hearing a PIL on doctors' strike in the state. Court asked state what steps were taken by the govt to end the impasse. Court also said that state will have to put an end to this & find a solution. pic.twitter.com/KIGgl00g64
— ANI (@ANI) June 14, 2019
शाम 4 बजे- पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की पिटाई के मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है कि देश में मेडिकल इमरजेंसी के हालात बन गए हैं. इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मे ऐलान किया है कि देशभर के डॉक्टर 17 जून यानी आगामी सोमवार को हड़ताल करेंगे. इस दिन कोई भी डॉक्टर काम पर नहीं जाएगा.
दोपहर 3:30 बजे- पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के साथ मारपीट मामले में देशभर के डॉक्टरों में रोष है और प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने टोटल मेडिकल बंद का आह्वान किया है.
Delhi Medical Association, today, has called for a 'total medical bandh to protest against the assault on doctor of NRS Medical College, Kolkata.'
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 1.58 बजे उत्तरी बंगाल मेडिकल कॉलेज, दार्जिलिंग में इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों की संख्या 27 पहुंच गई है.
West Bengal: Total 27 doctors of North Bengal Medical College & Hospital, Darjeeling, have resigned over violence against doctors in the state. https://t.co/gegWvNbkAu
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 1.50 बजे सर गंगा राम हॉस्पिटल की डॉक्टर्स फोरम सोसाइटी का कहना है कि वह इस विरोध प्रदर्शन का पूरा समर्थन करती है. सर गंगा राम हॉस्पिटल में आज सभी OPD बंद रहेंगी.
Doctor's Forum Society, Sir Ganga Ram Hospital: All doctors of Sir Ganga Ram Hospital are fully in support of our colleagues in West Bengal & strongly protest against growing tendency of violence against doctors, all private OPD clinics at the hospital will remain closed today.
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 1.35 बजे उत्तरी बंगाल मेडिकल कॉलेज, दार्जिलिंग के दो डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा दे दिया है.
West Bengal: Two doctors of North Bengal Medical College & Hospital, Darjeeling resign over violence against doctors in the state.
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 1.10 बजे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 16 डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा दे दिया है.
West Bengal: 16 doctors of the RG Kar Medical College & Hospital, Kolkata submit their resignation stating, "In response to prevailing situation as we are unable to provide service, we would like to resign from our duty," pic.twitter.com/a3eVzs6ZLG
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 12.00 बजे रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ एम्स के डॉक्फिटर फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से बातचीच कर रहे हैं.
Delhi: Resident Doctors Association of AIIMS meets Union Health Minister Dr Harsh Vardhan over violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/wuCfEpXhpv
— ANI (@ANI) June 14, 2019
दोपहर 12.00 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि वह बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से अपील करते हैं कि इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा ना बनाएं. सरकार अपने डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर गंभीर है. उन्होंने हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स से विरोध प्रदर्शन बंद करने की अपील भी की है. उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर ममता बनर्जी से बात करेंगे.
Union Health Minister ,Dr Harsh Vardhan: I appeal to West Bengal CM to not make this an issue of prestige. She gave the doctors an ultimatum, as a result they got angry and went on strike. Today, I will write to Mamata Banerjee ji and will also try to speak to her on this issue. https://t.co/I3pad4s5Zr
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 11.25 बजे बंगाल में डॉक्टर के साथ हुई हिंसा का असर दक्षिण भारत तक पहुंच गया है. केरल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, त्रिवंद्रम के मेंबर्स ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
Kerala: Members of Indian Medical Association, Trivandrum hold protest over violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/aOWGbqXxlx
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 11.10 बजे जयपुर के जयपुरिया हॉस्पिटल में डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया है.
Jaipur: Doctors at Jaipuria hospital carry out their duties wearing black bands as a mark of protest over violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/1fDLPco7po
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 11. 00 बजे छत्तीसगढ़ में भी डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. रायपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर मेमोरियल हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टरों ने We Want Justice पोस्टर्स के साथ प्रदर्शन किया.
#WATCH Resident Doctors at Raipur's Dr. Bhimrao Ambedkar Memorial Hospital raise slogans of 'We Want Justice' as they protest over violence against doctors in West Bengal. #Chhattisgarh pic.twitter.com/70BsCTmGLN
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10. 58 बजे महाराष्ट्र के नागपुर में भी डॉक्टर्स हड़ताल पर बैठ गए हैं. डॉक्टर के साथ बंगाल में हुई हिंसा के बाद डॉक्टरों ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
Nagpur: Doctors with 'Save the Saviour' & 'Stand with NRSMCH' posters at Government Medical College, hold protest over violence against doctors in West Bengal. #Maharashtra pic.twitter.com/0jRGeW5qyF
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.53 बजे दिल्ली के AIIMS अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन आज हड़ताल पर है. डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने के बाद अस्पताल में ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़ इकट्ठी हो गई है.
Delhi: Patients and their relatives outside the OPD at All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS). Resident Doctors Association (RDA) of AIIMS is on strike today over violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/rRCeZqDfxr
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.52 बजे दिल्ली में स्थित सफदरगंज हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने बंगाल में हुईं हिंसा के बाद सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया कर हड़ताल पर बैठ गए हैं.
Delhi: Resident Doctors' Association, Safdarjung Hospital holds protest over violence against doctors in #WestBengal. pic.twitter.com/qFELP2hXuX
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.50 बजे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भी डॉक्टरों ने इस प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
Delhi: Doctors at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) prepare to observe strike over violence against doctors in West Bengal. pic.twitter.com/pza71njjum
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.35 बजे कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के छात्र डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर धरने पर बैठे हैं.
Kolkata: Students of NRS Medical College & Hospital sit on a protest over violence against doctors. #WestBengal pic.twitter.com/LgPYkFYsKv
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.30 बजे हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर विरोध मार्च निकाला.
Hyderabad: Doctors at Nizam's Institute of Medical Sciences hold protest march over violence against doctors at West Bengal's NRS Medical College & Hospital. pic.twitter.com/Y3BsYjxTZ8
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.20 बजे पश्चिम बंगाल में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज, सिलीगुड़ी के डॉक्टरों ने एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर हड़ताल की.
West Bengal: Doctors at North Bengal Medical College, Siliguri observe strike over violence against doctors at NRS Medical College & Hospital pic.twitter.com/qZvMkUEX0X
— ANI (@ANI) June 14, 2019
सुबह 10.15 बजे पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने आज हड़ताल शुरू कर दी है. आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हम आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक अपनी ओपीडी, वार्ड और शैक्षणिक सेवाओं को बंद कर रहे हैं. आपातकालीन सेवाओं में बाधा नहीं आएगी.
Delhi: Patients face difficulties as Resident Doctors Association (RDA) of AIIMS is on strike today over violence against doctors in West Bengal. Relative of a patient says, "My mother's dialysis was scheduled for today, we were told to go & get it done from somewhere else," pic.twitter.com/sFVF6D8VMj
— ANI (@ANI) June 14, 2019
गुरुवार रात 10 बजे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के भतीजे डॉ अबेश बनर्जी ने गुरुवार देर रात इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. डॉ अबेश बनर्जी ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी के बेटे हैं. डॉ अबेश बनर्जी ने केपीसी कॉलेज में प्रदर्शन किया.
Dr Abesh Banerjee, nephew of Mamata Banerjee at KPC hospital Kolkata!!#SaveTheDoctors https://t.co/qdweyyM9xa pic.twitter.com/wpG1nTNSiw
— The Neonatal Doctor (@DrDebashisDe) June 13, 2019
आईएमए अस्पताल हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग कर रहा है. संगठन ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों पर हिंसा के खिलाफ एक शून्य-सहिष्णुता नीति घोषित की है. वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन ने स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों पर हिंसा के खिलाफ एक प्रस्ताव भी पारित किया है और इस खतरे के खिलाफ मजबूत कानून लाने का आग्रह किया है.
आईएमए द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि अस्पतालों पर हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय कानून को तत्काल लाया जाना चाहिए. अस्पताल में हिंसा के लिए कानून को न्यूनतम सात साल कैद की सजा देनी चाहिए. यह सुनिश्चित करने के लिए कि मामले दर्ज किए जाते हैं, दोषियों को गिरफ्तार किया जाता है और उन्हें दोषी ठहराया जाता है, POCSO अधिनियम में दिए गए उचित अनिवार्य प्रावधानों को स्थापित किया जाना चाहिए. अस्पतालों को विशेष क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए और उपयुक्त सुरक्षा का प्रावधान राज्य की जिम्मेदारी होनी चाहिए.