National War Memorial: क्या है नेशनल वॉर मेमोरियल और कैसे जाएं वहां, पीएम नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को करेंगे उद्घाटन, इसके बारे में जानें सबकुछ

National War Memorial: भारत का पहला नेशनल वॉर मेमोरियल कल यानी 25 फरवरी को देश वासियों को समर्पित कर दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. दिल्ली का दिल माने जाने वाले इंडिया गेट के पास 40 एकड़ एरिया में 350 करोड़ रुपये की लागत से बने इस वॉर मेमोरियल को देश की रक्षा की खातिर शहीद होने वाले 2,26000 वीर जवानों की याद में बनाया गया है.

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National War Memorial: क्या है नेशनल वॉर मेमोरियल और कैसे जाएं वहां, पीएम नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को करेंगे उद्घाटन, इसके बारे में जानें सबकुछ

Aanchal Pandey

  • February 24, 2019 1:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्लीः What Is National War Memorial? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी यानी कल राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल) का उद्घाटन करेंगे. आजादी के बाद से देश की रक्षा की खातिर शहीद होने वाले 2,26000 वीर जवानों की याद में इस वॉर मेमोरियल को दिल्ली का दिल माने जाने वाले इंडिया गेट के पास करीब 40 एकड़ एरिया में बनाया गया है. नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने अक्टूबर 2015 में एक बैठक के दौरान इस स्मारक के निर्माण को मंजूरी दी थी. नरेंद्र मोदी सरकार ने करीब 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण कराया है. इन सबसे बीच यह बताना जरूरी है कि लंबे समय से इन युद्ध स्मारक के निर्माण की मांग उठती रही है.

इस वॉर मेमोरियल के उद्घाटन के बाद इसका टिकट प्राइस कितना रहेगा, इसकी जानकारी सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है. जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी. दिल्ली से बाहर के लोग अगर इस युद्ध स्मारक को देखना चाहेंगे तो वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ऑटो, बस, कैब या मेट्रो की मदद से आ सकते हैं.

आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि करीब 60 साल पहले ही सैनिकों ने युद्ध स्मारक के निर्माण से जुड़ा प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन सरकार की उदासीनता के साथ ही ब्यूरोक्रेट्स और आर्मी के बीच गतिरोध की वजह से इसका निर्माण नहीं हो सका. अब जाकर सैनिकों की शहादत को एक स्मारक के रूप में दिखाने और उनके बलिदान को चरितार्थ करने के लिए युद्ध स्मारक बनकर तैयार है जिसे आम जनता के लिए 25 फरवरी को खोल दिया जाएगा. इस वॉर मेमोरियल का पिछले साल 15 अगस्त के मौके पर ही उद्घाटन होना था, लेकिन काम पूरा न होने की वजह से उद्घाटन नहीं हो सका.

मालूम हो कि भारत के पहले वॉर मेमोरियल में अमर चक्र, वीर चक्र, त्याग चक्र और रक्षा चक्र के साथ शाश्वत लौ हमेशा जलती रहेगी. यह प्रतीत है कि सैनिकों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. हेक्सागोन आकार में बने इस वॉर मेमोरियल के केंद्र में 15 मीटर ऊंचा स्मारक स्तंभ बनाया गया है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 1914-19 के बीच हुए पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए 84,000 जवानों की याद में ब्रिटिश शासकों ने इंडिया गेट का निर्माण करवाया था. उसके बाद वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए 3,843 भारतीय जवानों की याद में अमर जवान ज्योति बनाई गई थी. अब इंडिया गेट और अमर जवान ज्योति के पास ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का भी निर्माण कराया गया है.

रविवार को एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को स्मारक को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस दौरान रक्षा मंत्री, सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख समेत कई प्रमुख लोग इस अवसर पर इंडिया गेट के पास मौजूद रहेंगे. यह जानकर आपको और ज्यादा हैरानी होगी कि भारत दुनिया के कुछ प्रमुख देशों में इकलौता देश है जिसके पास वॉर मेमोरियल नहीं था.

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