National Nutrition Mission Scheme: राष्ट्रीय पोषण अभियान में तकनीक के माध्यम से बच्चों, महिलओं एवं किशोरियों को कुपोषण से छुटकारा दिलाया जाएगा. इसके लिए सभी 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों तथा 718 जिलों को चरणबद्ध तरीके से 2020 तक कवर किया जाएगा. इससे पहले देश में उच्च सर्वोच्च स्तर पर कभी भी पोषण को इस तरह की प्रमुखता नहीं दी गई है.
National Nutrition Mission Scheme: नई दिल्ली: नेशनल न्यूट्रिशन मिशन यानी कि राष्टीय पोषण अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला दिवस के मौके पर 08 मार्च को राजस्थान के झुंझुनू जिले में की थी. इससे पहले30 नवंबर 2017 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय पोषण मिशन की स्थापना को स्वीकृति दी थी.इस मिशन के तहत बच्चों, महिलाओं में कुपोषण की समस्या को दूर करना है. राष्ट्रीय योजना के अंतर्गत नवजात बच्चों के वजन में कमी, ठिगनेपन, खून की कमी, खाने में पोषक तत्वों का असंतुलन आदि के निवारण के लिए नियम बनाए जाएंगे. इसका मुख्य मकसद भारत तो कुपोषण मुक्त करना है. सरकार का मानना है कि इस योजना से देश में करीब 10 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाया जाएगा. राष्ट्रीय पोषण योजना को 2017-2020 को मिशन के तहत 9046.17 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.
राष्ट्रीय पोषण मिशन अभियान के तहत पहले चरण 20017-2018 में 315 जिले, दूसरे चरण 2018-2019 में 235 जिले और तीसरे चरण 2019-2020 में बाकी बचे हुए जिलों को शामिल कर कुपोषण की स्थिति में सुधार लाया जाएगा. देश में कुपोषण की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए तरह-तरह की योजनाओं की मदद से सर्वे किया जाएगा और उससे निबटने के उपायों के लिए काम किया जाएगा. इसके अंतर्गत देशभर में आंगनवाड़ी संस्थाओं के कर्मचारियों को लेटेस्ट तकनीक से रूबरू किया जाएगा.
National Nutrition Mission राष्टीय कुपोषण अभियान का उद्देश्य
राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत इस संबंध में भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की निगरानी की जाएगी. साथ ही कुपोषण का समाधान करने में सहयाक योजनाओं के योगदान का चित्रण करना.
राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत देश में पोषण संसाधन केंद्रों को स्थापित और लोगों को इससे जोड़ने के लिए काम किया जाएगा. राष्ट्रीय पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों, महिलाओं और किशोरियों में क्रमश: ठिगनापन, अधूरा पोषण, खून की कमी यानी कि एनीमिया को कम करना है. इस आधार पर राष्ट्रीय मिशन अभियान के तहत ये लक्ष्य रखे गए हैं.
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय पोषण संस्थान की सहायता से पोषण के लिए ऑनलाइन पाठयक्रम विकसित करने की प्रक्रिया में है. इन पाठयक्रमों का आयोजन स्वतंत्र रूप से महिला और बाल विकास मंत्रालय (पोषण अभियान तथा राष्ट्रीय पोषण संस्थान पोर्टल द्वारा किया जाएगा. बैठक में शहरी आंगनवाड़ी सेवाओं के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों/ मलिन बस्तियों में आंगनवाडी केन्द्र बनाने के लिए दिशा निर्देशों को सिद्धांत रूप में मंजूरी दी गई है. राष्ट्रीय पोषण अभियान के बारे में अधिक जान के लिए www.icdswcd.nic.in/nnm/home.htm पर जा सकते हैं.