नेशनल हेराल्ड मामला: नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पूछताछ के लिए केन्द्रीय जांच एजेंसी ईडी के सामने पेश होना है। इसको लेकर कांग्रेस नेता के घर के बाहर पुलिस की भारी तैनाती की गई है। प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस […]
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पूछताछ के लिए केन्द्रीय जांच एजेंसी ईडी के सामने पेश होना है। इसको लेकर कांग्रेस नेता के घर के बाहर पुलिस की भारी तैनाती की गई है। प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच राहुल के घर के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें राहुल की तस्वीर के साथ लिखा है कि सत्य झुकेगा नहीं। दूसरी तरफ खबर आ रही है कि कांग्रेस दफ्तर के बाहर आज कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को विरोध प्रदर्शन के चलते हिरासत में लिया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने मनी लांड्रिंग के एक मामले में पेश होने से एक दिन पहले कल कांग्रेस ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला किया। देश के पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि मनी लाड्रिंग मामले में राहुल गांधी को भेजा गया ईडी का समन पूरी तरह निराधार’ है और ऐसा लगता है कि भाजपा द्वारा शासित राज्य जांच एजेंसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं।
कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड सौदे से जुड़े धनशोधन कांग्रेस में अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा समन जारी किए जाने को लेकर देशव्यापी सत्याग्रह का ऐलान किया है।
बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु समेत कई कांग्रेस नेताओं ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कम्पनी बनाई थी। ये कंपनी National Herald नाम से एक अखबार प्रकाशित करती थी। चूंकि ये नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करती थी। इसी वजह इसे देश के कई शहरों में बेहद सस्ते दामों पर सरकारों से जमीनें मिली। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप है कि उन्होंने एक ऐसी कम्पनी बनाई, जिसका मकसद सिर्फ कारोबार करना नहीं था। वो इस कम्पनी के जरिए AJL को खरीदकर 2 हज़ार करोड़ रुपये की उसकी सम्पत्ति को अपने नाम पर करना चाहते थे। वर्ष 2011 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कम्पनी यंग इंडिया लिमिटेड ने AJL को टेकओवर कर लिया।
गौरतलब है कि 2012 में बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। स्वामी ने कहा था कि ये सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के मकसद से किया गया था।
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