National Girl Child Day 2019: आज मनाया जा रहा है राष्ट्रीय बालिका दिवस, जाने क्या है खास

National Girl Child Day 2019: पूरे देश में आज राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है. लेकिन सरकार को शिक्षा,स्वास्थ्य और निजी क्षेत्रों में खास ध्यान देने की जरुरत हैं. क्योंकि आज भी इन क्षेत्रों में बालिकाएं काफी पीछे हैं.

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National Girl Child Day 2019: आज मनाया जा रहा है राष्ट्रीय बालिका दिवस, जाने क्या है खास

Aanchal Pandey

  • January 24, 2019 10:53 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली: 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ की चौथी वर्षगांठ बनाई जा रही है. देश में बालिका दिवस इसलिए मनाया जाता है ताकि बालिकाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके. हर वर्ष बालिका दिवस की थीम अलग-अलग होती है. इस वर्ष का बालिका दिवस गिरते हुए लिंगानुपात को कम करने के लिए जागरुकता पैदा करना है. बालिका दिवस की शुरुआत भारत सरकार द्वारा 2008 में किया गया था.

बालिका दिवस के मौके पर सरकार द्वारा शिशुओं को बचाने के लिए मीडिया में कई तरह के विज्ञापन भी दिए जाते हैं. इस दिन सरकारी संस्थाओं के अलावा प्राइवेट संस्थाएं भी कई तरह के जागरुकता अभियान चलाते हैं. आज बलिका दिवस की शुरूआत हुए एक दशक का समय बीत चुका है लेकिन हमारे समाज में बालिकाओं की स्थिती में पर्याप्त सुधार नहीं होता दिख रहा है. आज भी हमारे समाज में महिलाएं घरेलू हिंसा, बाल-विवाह और दहेज प्रताड़ना की शिकार हैं. आए दिन इस तरह की घटनाएं खबरों में आती रहती हैं. महिलाओं को लेकर लोगों की मानसिकता में आज भी बदलाव नहीं हुआ है. केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकारें भी कई तरह की योजनाएं बालिकाओं की बेहतरी के लिए संचालित कर रही हैं. लेकिन इसका कोई खास असर दिखता नजर नहीं आ रहा है. सरकार द्वारा संचालित ये योजनाएं सिर्फ समाज के एक स्तर पर ही लागू होती हैं. ग्रामीण इलाकों में इन योजनाओं का कोई खास असर नहीं दिखाई देता है. 

नेता वोट लेने के लिए सिर्फ महिलाओं के अधिकारों की बात करते हैं लेकिन चुनाव खत्म होते ही भूल जाते हैं. देश को आजाद हुए आज सात दशक से ज्यादा हो गए हैं लेकिन महिलाओं को राजनीति में भागीदारी 33 प्रतिशत से भी कम है. अगर सरकार वास्तविक रुप में बालिकाओं का विकास करना चाहती है तो उसे देश में महिलाओं की शिक्षा स्तर के अलावा, निजी क्षेत्रों के नौकरियों में भी सुधार करने की जरुरत है. तभी बालिका दिवस सफल हो पाएगा अन्यथा योजना के नाम पर सिर्फ पैंस ही खत्म होते रहेंगे.

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