नई दिल्लीः केंद्र हो या फिर राज्य सरकारें, ये कई तरीके की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलाते हैं। इन्हीं में से कई योजनाएं किसानों के लिए भी लाई जाती हैं। ये हम सभी जानते हैं कि भारत कृषि प्रधान देश है और एक बड़ी आबादी इससे जुड़ी हुई है। ऐसे में किसानों की आर्थिक सहायता […]
नई दिल्लीः केंद्र हो या फिर राज्य सरकारें, ये कई तरीके की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलाते हैं। इन्हीं में से कई योजनाएं किसानों के लिए भी लाई जाती हैं। ये हम सभी जानते हैं कि भारत कृषि प्रधान देश है और एक बड़ी आबादी इससे जुड़ी हुई है। ऐसे में किसानों की आर्थिक सहायता इन योजनाओं के जरिए की जा रही है। बात अगर किसानों की हो रही है, तो आपके लिए जानना आवयशक हो जाता है कि हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन भी आज होता है और इस दिन को उनकी जयंती के रूप में किसान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। तो इस मौके पर जानते हैं किसानों के लिए उन योजनाओं के बारे में जो सरकार द्वारा किसानों मिल रही हैं।
इस योजना के अंतर्गत 60 वर्ष की उम्र के बाद किसानों को हर महीने 3 हजार रुपये दिए जाते हैं। इस योजना में 18 वर्ष से अधिक या 40 साल से कम उम्र के किसान 55 से लेकर 200 रुपये तक प्रतिमाह निवेश कर सकते हैं, जिसके बाद ये लाभ मिलता है।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को सिंचाई करने के लिए नई तकनीक पर फंड की सहायता की जाती है। इसमें स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई का इस्तेमाल कर पानी की बर्बादी को काफी कम किया जा सकता है और इससे किसानों के प्रोडक्शन में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को वर्ष में तीन बार 2-2 हजार रुपये मिलते हैं यानी सालाना कुल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता केंद्र सरकार द्वारा दी जाती है। किसानों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसलिए ये आर्थिक मदद दी जाती है।
इसके अंतर्गत पात्र किसानों को क्रेडिट कार्ड मुहैया कराए जाते हैं, जिसमें लिया गया कर्ज 2-4 प्रतिशत कम हो सकता है। बस आपको लिया हुआ कर्ज वक्त पर चुकाना होता है। इसमें किसान खेती से जुड़ा सामान, जैसे- बीज, खाद, कीटनाशक आदि चीजें खरीद सकता है।
इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने 13 जनवरी 2016 में की थी। बता दें, इस योजना में किसानों के होने वाले नुकसानों की भरपाई की जाती है। जैसे- फसल खराब होना, बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान, तूफान से फसल को नुकसान, ओले पड़ने या भूस्खलन से नुकसान आदि।
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