नई दिल्ली. आज़ादी के बाद पहली बार पुरुषों की अपेक्षा में महिलाओं की आबादी में बढ़ोतरी देखने को मिली है. अब हर 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हैं. यह पहली बार है जब देश में महिलाओं की आबादी एक हज़ार के पार दर्ज की गई है. यह आंकड़ा नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे ( National Family […]
नई दिल्ली. आज़ादी के बाद पहली बार पुरुषों की अपेक्षा में महिलाओं की आबादी में बढ़ोतरी देखने को मिली है. अब हर 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हैं. यह पहली बार है जब देश में महिलाओं की आबादी एक हज़ार के पार दर्ज की गई है. यह आंकड़ा नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे ( National Family Health Survey ) में यह आंकड़ा सामने आया है. इसके साथ ही जन्म के समय भी सेक्स रेशियो ( Sex Ratio ) में सुधार देखने को मिला है.
आज़ादी के बाद पहली बार महिलाओं की आबादी में इज़ाफ़ा देखने को मिला है. अब हर 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हैं. यह आंकड़ा नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में सामने आया है. इस सर्वे के जरिए यह देखा जा सकता है कि शहरों की तुलना में गाँव में महिलाओं की आबादी में इज़ाफ़ा हुआ है. गांवों में हर 1,000 पुरुषों पर 1,037 महिलाएं हैं, जबकि शहरों में 985 महिलाएं हैं. नेशन फैमिली हेल्थ के पिछले सर्वे ( National Family Health Survey -4 ) में भी शहरों की अपेक्षा गाँवों में महिलाओं की आबादी में इज़ाफ़ा देखने को मिला है. बीते सर्वे में गाँवों में 1,000 पुरुषों पर 1,009 महिलाएं थीं और शहरों में ये आंकड़ा 956 का था.
देश के 23 राज्य ऐसे हैं जहां प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की आबादी 1,000 से ज्यादा है. उत्तर प्रदेश में प्रति हजार पुरुषों पर 1017, बिहार में 1090, दिल्ली में 913, मध्य प्रदेश में 970, राजस्थान में 1009, छत्तीसगढ़ में 1015, महाराष्ट्र में 966, पंजाब में 938, हरियाणा में 926, झारखंड में 1050 महिलाएं हैं. नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक़ देश में प्रजनन दर (Fertility Rate) में भी कमी देखने को मिली है. ‘