नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में आतंकियों की गोलीबारी में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए. इसके अलावा फायरिंग में एक पुलिसकर्मी की भी जान गई है. यानी कुल 5 लोगों मौत हुई है. फिलहाल राष्ट्रीय रायफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान आतंकियों की फायरिंग वाले पूरे इलाके में सर्च अभियान […]
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में आतंकियों की गोलीबारी में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए. इसके अलावा फायरिंग में एक पुलिसकर्मी की भी जान गई है. यानी कुल 5 लोगों मौत हुई है. फिलहाल राष्ट्रीय रायफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान आतंकियों की फायरिंग वाले पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रहे हैं.
बता दें कि पिछले 78 दिनों में जम्मू कश्मीर में यह 11वां आतंकी हमला है. इन हमलों में अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है. एक के बाद एक हो रही आतंकवादी वारदातों से जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है.
इस बीच आइए जानते हैं कि बीते कुछ दिनों से आतंकी हमलों में अचानक बढ़ोत्तरी क्यों हुई है…
जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हरकतों में इजाफे को देखते हुए जो आशंका जाहिर की जा रही है वो है देश में नरेंद्र मोदी सरकार की वापसी. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि दुश्मन देश पाकिस्तान इस बात से बेहद हताश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी हो गई है.
पाकिस्तान को अच्छे से पता है कि मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े फैसले लेती है और आतंकियों से निपटने के लिए सेना को फ्री हैंड देती है. शायद अपनी इसी बौखलाहट की वजह से पाकिस्तान आतंकियों को लेटेस्ट हथियार देकर भारत की सीमा में घुसा रहा है.
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