Narendra Modi Photos: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व जीत हासिल की थी. 26 मई, 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. पीएम नरेंद्र मोदी करीब 13 वर्षों तक गुजरात में मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
नई दिल्लीः दुनिया के ताकतवार नेताओं की फेहरिस्त में शुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अपनी अलग पहचान कायम की है. मौजूदा समय में पीएम मोदी भारत के सबसे लोकप्रिय नेताओं में गिने जाते हैं. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी. 26 मई, 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले व्यक्ति हैं, जो प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए हैं. वह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तरह एक प्रसिद्ध राजनेता होने के साथ-साथ कवि भी हैं.
17 सितंबर, 1950 को गुजरात के वडनगर में बेहद साधारण परिवार में नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ था. उनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी और मां का नाम हीराबेन मोदी है.
पीएम मोदी अपने माता-पिता की 6 संतानों में से तीसरे नंबर की संतान हैं. नरेंद्र मोदी बचपन में अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे. पीएम मोदी कई बार खुद इस बारे में सार्वजनिक मंच से बता चुके हैं.
पीएम मोदी अक्सर अपने संबोधन में जिक्र करते हैं कि बचपन के कठिन संघर्षों ने उन्हें मजबूत बना दिया और इसी जज्बे ने उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित किया.
नरेंद्र मोदी ने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा 1967 में वडनगर से ही प्राप्त की. वह काफी होशियार छात्र थे. पीएम मोदी वाद-विवाद और अन्य प्रतियोगिताओं में काफी रूचि रखते थे.
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही वह बीजेपी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए. उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया.
17 साल की उम्र में जसोदा बेन चमनलाल के साथ नरेंद्र मोदी का विवाह हो गया था. हालांकि कुछ समय बाद वह उन्होंने वैवाहिक जीवन का त्याग कर दिया. जानकारों के अनुसार, नरेंद्र मोदी की शादी तो हुई थी लेकिन वह कभी अपनी पत्नी से साथ नहीं रहे.
नरेंद्र मोदी ने अपने रिश्ते के बारे में कभी खुलकर बात नहीं की लेकिन इसको लेकर विवाद काफी बढ़ जाने पर 2014 के नामांकन पत्र के दौरान उन्होंने खुद को विवाहित बताया था.
बताया जाता है कि नरेंद्र मोदी ने 17 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया था और अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू कर दी थी. हिमालय, बंगाल, ऋषिकेश आदि स्थानों पर भ्रमण के बाद वह दो साल बाद घर लौटे थे.
इस दौरान उनके मन में देश की सेवा का भाव जागा और एक बार फिर वह अपने घर से निकल पड़े. घर से निकलने के बाद नरेंद्र मोदी अहमदाबाद पहुंचे. 1971 में उन्होंने आरएसएस जॉइन की और यहां से उनका देश सेवा का सफर शुरू हो गया.
देश में इमरजेंसी के दौरान वह कांग्रेस सरकार की मुखालफत में पीछे नहीं रहे. कहा जाता है कि इस दौरान पुलिस से बचने के लिए नरेंद्र मोदी भेष बदलकर अलग-अलग राज्यों में घूम रहे थे. संघ में रहते हुए अपने काम की बदौलत वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
1995 में नरेंद्र मोदी को बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. 1998 के चुनाव में बीजेपी को आगे बढ़ाने में पीएम मोदी का अहम रोल बताया जाता है.
साल 2001 में गुजरात के तत्कालीन सीएम केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य बिगड़ा और बीजेपी चुनावी गणित में पिछड़ने लगी.
बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय के. जन कृष्णामूर्ति ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया और उन्हें गुजरात के सीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश किया. हालांकि बीजेपी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी नरेंद्र मोदी के पास सरकार चलाने का अनुभव न होने की वजह से चिंतित थे.
7 अक्टूबर, 2001 को पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. दिसंबर 2002 में विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी.
नरेंद्र मोदी के सीएम रहते गोधरा कांड हुआ, जिसको लेकर नरेंद्र मोदी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
अपनी राजनीतिक प्रतिभा का परिचय देते हुए नरेंद्र मोदी करीब 13 वर्षों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे. गुजरात के विकास के बलबूते उनकी छवि गुजरात से बाहर निकली और दिन-ब-दिन उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई. इसी का फायदा उन्हें 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मिला.
दरअसल गुजरात की राजनीति से मोदी ऐसा बाहर निकले कि बीजेपी ने उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें लोकसभा चुनाव 2014 में पीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया.
नरेंद्र मोदी की लहर अब सुनामी में तब्दील में हो चुकी थी. 16 मई, 2014 को घोषित चुनावी नतीजों में बीजेपी ने कांग्रेस को केंद्र की राजनीति से क्लीन स्वीप कर दिया था.
नरेंद्र मोदी केंद्र की सत्ता की परिधि में दाखिल हो चुके थे. 26, मई 2014 को उन्होंने पीएम पद की शपथ ली.
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद संभालते ही केंद्र सरकार ने कई ऐतिहासिक योजनाओं और अभियान जैसेः प्रधानमंत्री जन धन योजना, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान आदि की शुरूआत की.
नरेंद्र मोदी ने जनता को अपनी सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों को भी सोशल मीडिया का प्रयोग करने की सलाह दी.
यही वजह है कि आज केंद्र सरकार के अधिकतर मंत्री फेसबुक, ट्विटर आदि से जुड़ चुके हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से ही जनसमस्याओं का त्वरित निराकरण कर रहे हैं. पीएम मोदी अब ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम करते हैं.
आज देश के अधिकतर सरकारी दफ्तर डिजिटल होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. आम आदमी की पहचान कहे जाने वाले ‘आधार कार्ड’ को अहम दस्तावेजों से लिंक किया जा रहा है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी को बच्चों से बेहद लगाव है. वह अक्सर अपने दौरों में प्रोटोकॉल तोड़ते हुए बच्चों से मिलते हैं. कई मौकों पर पीएम को बच्चों से बातें करते हुए, उनके साथ फोटो खिंचवाते हुए देखा गया है.
पिछले साढ़े तीन वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने कई राज्यों में सरकार बनाई. पीएम मोदी भारत के अन्य देशों के साथ समसामरिक रिश्तों को बढ़ाने के मकसद से विदेशों के दौरे करते हैं. इन दौरों का मकसद भारत में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने से है.
पीएम मोदी के कार्यों की सराहना देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक में होती है. वह अपने मंत्रिमंडल को बखूबी संभालते हुए अपने राजनीतिक कौशल का परिचय दे रहे हैं. किसी भी घोटाले में नाम न आने को पीएम मोदी अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं.