नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए कल यानी 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग को होनी है लेकिन इस से पहले राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है.क्या पक्ष और क्या विपक्ष दोनों तरफ से आरोप- प्रत्यारोप खूब हो रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया […]
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए कल यानी 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग को होनी है लेकिन इस से पहले राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है.क्या पक्ष और क्या विपक्ष दोनों तरफ से आरोप- प्रत्यारोप खूब हो रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया है. राहुल गांधी ने कहा कि वो डर के मारे कांप रहे हैं और जानते है कि ये इलेक्शन वो हारने वाले हैं, इसलिए झूठ बोल रहे हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी हार के डर से कांप रहे हैं! इसीलिए वे लगातार एक के बाद एक झूठ बोलते जा रहे हैं. वे जानते हैं कि भारत की जनता समझ चुकी है कि नरेंद्र मोदी गरीबों के नहीं बल्कि अरबपतियों के नेता हैं. वे जानते हैं कि भारत के लोग संविधान की रक्षा के लिए खड़े हुए हैं. वे जानते हैं कि चुनाव उनके हाथ से निकल चुका है.”
नरेंद्र मोदी हार के डर से कांप रहे हैं!
इसीलिए वो लगातार एक के बाद एक, झूठ बोल रहे हैं।
वो जानते हैं कि हिंदुस्तान की जनता समझ गयी है कि नरेंद्र मोदी अरबपतियों के नेता हैं, गरीबों के नहीं,
वो जानते हैं कि हिंदुस्तान की जनता संविधान की रक्षा के लिए खड़ी हो गयी है।
वो जानते हैं… pic.twitter.com/PD5OWGAgLN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 24, 2024
राहुल गांधी ने आगे कहा, ”इलेक्टोरल बॉन्ड में इतनी चोरी हुई है कि चुनाव के बाद इन्हें दिक्कत होगी. जैसे ही मैंने देश के एक्स-रे की बात की तो नरेंद्र मोदी कांपने लगे. इनकी आदत होती है कि जैसे ही इन्हें डर लगता है तो ये झूठ बोलना शुरू कर देते हैं. कभी वह पाकिस्तान के बारे में बात करेंगे तो कभी चीन के बारे में. इसलिए एक के बाद एक झूठ बोले जा रहे हैं. लेकिन इस बार हम बाहर नहीं निकल पाएंगे.”
कांग्रेस सांसद ने कहा कि जातीय जनगणना उनका संकल्प है और वह इसे पूरा करेंगे. इस राह में कोई बाधा नहीं बन सकता क्योंकि ये उनकी राजनीति नहीं बल्कि लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि ओबीसी समाज पूछ रहा है कि राम मंदिर बना, पीएम मोदी अनुष्ठान में शामिल हुए लेकिन इसमें ओबीसी समाज की भागीदारी क्यों नहीं हुई.