रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता पद पर एक ही दिन 17 जनवरी यानी बुधवार को स्मृति ईरानी के सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय सूचना सेवा की अधिकारी व पीआईबी एडीजी निधि पांडेय को तो रक्षा मंत्रालय ने आईडीएएस अधिकारी स्वर्णश्री राव राजशेखर को तैनात करके विचित्र स्थिति पैदा कर दी है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि रक्षा मंत्रालय में दो प्रवक्ता हों या खुद रक्षा मंत्रालय को प्रवक्ता नियुक्त करना पड़ा हो. दो मंत्रालयों के बीच प्रवक्ता पद पर तैनाती को लेकर ऐसा टकराव हाल के दिनों में शायद ही दिखा हो.
नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रियों के बीच बिगड़ते ताल-मेल की अगली कड़ी में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन और सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की तकरार बढ़ गई है. सरकारी विभागों में प्रवक्ता पद पर सूचना प्रसारण मंत्रालय भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात करता है और उसने 17 जनवरी यानी बुधवार को एडीजी यानी अपर महानिदेशक रैंक की अधिकारी निधि पांडेय को रक्षा मंत्रालय का प्रभार दिया. रक्षा मंत्रालय ने भी उसी दिन यानी बुधवार को अपना अलग आदेश जारी करके स्वर्णश्री राव राजशेखर को अपना प्रवक्ता नियुक्त कर दिया जो इंडियन डिफेंस एकाउंट्स सर्विस यानी आईडीएएस अधिकारी हैं. स्वर्णश्री राव राजेशखर ने पदभार ग्रहण करके रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के तौर पर काम भी शुरू कर दिया है.
जानकारों का कहना है कि अगर स्वर्णश्री राव राजशेखर या निधि पांडेय में से किसी एक को प्रवक्ता बनाने का आदेश बदला नहीं गया तो रक्षा मंत्रालय के इतिहास में ये पहली बार होगा कि उसके पास एक समय में दो-दो प्रवक्ता होंगे. इससे पहले भारतीय सूचना सेवा की ही अधिकारी जेपी मट्टू सिंह रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता थीं जिनका तबादल ऑल इंडिया रेडियो यानी आकाशवाणी में हो गया है. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का पद जेपी मट्टू सिंह के जाने के बाद से खाली था और जब भरा गया तो एक साथ और एक ही दिन सूचना प्रसारण मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय दोनों ने अलग-अलग भर दिया. रक्षा मंत्रालय ने पीआईबी की वेबसाइट पर डाले प्रेस बयान में राजशेखर की नियुक्ति का ऐलान किया है तो सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर 20 आईआईएस ग्रुप ए अधिकारियों के तबादले का आदेश छापा है जिसमें निधि पांडेय भी शामिल हैं.
कायदे से प्रवक्ताओं का पद सूचना प्रसारण मंत्रालय का है और पीआईबी के जरिए तमाम विभागों और मंत्रालयों में भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी इस पद पर तैनात किए जाते हैं जो उस विभाग या मंत्रालय के जनसंपर्क और मीडिया का काम देखते हैं. जानकारों का कहना है कि रक्षा मंत्रालय हो या कोई और मंत्रालय, एक साथ दो प्रवक्ता नहीं रह सकते और प्रवक्ता सूचना प्रसारण मंत्रालय का ही होगा. इसका सीधा मतलब ये है कि या रक्षा मंत्रालय को अपना आदेश वापस लेना पड़ेगा क्योंकि प्रवक्ता नियुक्त करना उसके कार्यक्षेत्र में नहीं है. अगर रक्षा मंत्रालय आदेश वापस लेने से मना करता है तो विवाद बढ़ेगा जो प्रधानमंत्री कार्यालय से ही सुलझ पाएगा.
नितिन गडकरी ने निर्मला सीतारमन की नौसेना को हड़काया तो निर्मला ने स्मृति ईरानी के डीडी चैनल को डपटा
जनवरी महीने की शुरुआत से ही मोदी सरकार के सीनियर मंत्री एक-दूसरे के मंत्रालय और विभागों को लेकर सार्वजनिक रूप से ऐसी बातें कर रहे हैं जो विभागीय मंत्री को अच्छा ना लगे. 6 जनवरी को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने तेलगू संत त्यागराज की याद में दूरदर्शन के डीडी नेशनल चैनल पर चल रहे कार्यक्रम के सीधा प्रसारण के बीच में विज्ञापन चलने के बाद ट्विटर पर डीडी नेशनल को लानत भेजी थी और इसे संवेदनहीन कदम बताया था. जाहिर तौर पर डीडी नेशनल की सार्वजनिक आलोचना दूरदर्शन पर इन-डायरेक्ट कंट्रोल रखने वाली सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को बुरी लगी होगी. ऐसे ही सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने नौसेना को लेकर कह दिया कि उन्हें दक्षिण मुंबई में कॉलोनी बनाने के लिए एक ईंच जमीन नहीं दी जाएगी.
नितिन गडकरी ने नौसेना को सुनाई खरी -खरी, कहा साउथ मुंबई में नहीं दूंगा एक इंच जमीन