नई दिल्ली: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने अल्पसंख्यक समुदायों के लिए बेहतर शिक्षा और आजीविका के लिए पहल की है. केंद्र सरकार ने इसके लिए नई मंजिल स्कीम का शुभारंभ 8 अगस्त 2015 को किया. नई मंजिल योजना का उद्देश्य गरीब अल्पसंख्यक युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ना है. इसके अलावा अल्पसंख्यक समुदाय के जिन युवाओं की पढ़ाई किसी कारण से बीच में ही छूट गई थी, उन्हें जुटाना और उन्हें ओपन स्कूल के जरिए 8वीं और 10वीं तक की पढ़ाई पूरी करना व प्रमाण पत्र देना नई मंजिल योजना के अंतर्गत आता है.
नई मंजिल योजना की शुरुआत तत्कालीन अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नजमा हेप्तुल्ला ने बिहार की राजधानी पटना से की थी. नई मंजिल योजना के तहत अल्पसंख्यक समुदायों के युवक-युवतियां निशुल्क शिक्षा पा सकते हैं. जो बच्चे 10वीं की परीक्षा पूरी नहीं कर सके हैं, वे लोग इस योजना का लाभ उठाकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं. नई मंजिल योजना के तहत अल्पसंख्यक युवाओं को ट्रेनिंग के बाद प्रमाण पत्र दिया जाएगा जो देश के सभी कॉलेज में मान्य होगा. नई मंजिल योजना की मदद से जो बच्चे शिक्षा पाएंगे उन बच्चों में से कम से कम 70 फीसद लोगों को नौकरी दिलाना भी इस योजना का लक्ष्य हैं. नई मंजिल योजना के तहत 9 महीने से 12 महीने का एक कोर्स शुरू किया जाता है. इस कोर्स की मदद से अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं को बोर्ड परीक्षा देने योग्या बनाया जाता है. छात्रों को चार पाठ्यक्रमों में ट्रेनिंग जाता है, जिसमें निर्माण, सरल कौशल, इंजीनियरिंग व अन्य सेवाएं भी शामिल हैं.
कौन ले सकते हैं नई मंजिल योजना का लाभ
नई मंजिल योजना का लाभा अल्पसंख्यक समुदाय को कोई भी युवा (17-35 वर्ष) ले सकता है. इसके अलावा जिन बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी है वे लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. केंद्र सरकार ने नई मंजिल योजना के लिए 650 करोड़ रुपये का बजट दिया था. इस योजना का टारगेट अल्पसंख्यक समुदायों के उन छात्रों को जुटाना है जिनकी 10वीं तक की पढ़ाई बीच में छूट गई है. नई मंजिल योजना का लाभ उठाने के लिए आपको मंत्रालय की वेबसाइट www.minorityaffairs.gov.in पर जाना होगा ओर उसके बाद ऑनलाइ अप्लाई करना होगा. आप इस लिंक पर क्लिक कर के सीधा नई मंजिल योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं. लिंक यह है- naimanzil.minorityaffairs.gov.in
30 मई को अल्पसंख्य कार्य मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार नई मंजिल योजना में वर्ल्ड बैंक ने अल्पसंख्य कार्य मंत्रालय के साथ साझेदीरा की है. इस योजना में वर्ल्ड बैंक टेक्निकल सहायता दे रहा है, जो कि योजना के बजट का 50 फीसद है. अभीतक नई मंजिल योजना के तहत 60304 छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. इनमें से 42 फीसद तो महिलाएं शामिल हैं. देश में 378 सेंटर्स ने एजुकेशन क्लासिस शुरू कर दी हैं. 28 फीसद उम्मीदवारों का ओपन बेसिक एजुकेशन (OBE) और 61 फीसद उम्मीदवारों का सेकेंडरी एजुकेशन में रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. केंद्र सरकार ने 2017-18 में नई मंजिल योजना के लिए 93.73 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है.
नई मंजिल योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप अल्पसंख्य कार्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जा सकते हैं या फिर इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं. www.minorityaffairs.gov.in Guidelines-NaiManzil
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