कोहिमा। नागालैंड में नेफ्यू रियो सरकार का गठन हो चुका है। मंगलवार को राजधानी कोहिमा में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में एनडीपीपी-बीजेपी सरकार के मंत्रियों ने शपथ ली। पिछली बार की तरह इस बार भी नागालैंड विधानसभा के विपक्ष विहीन होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि एनसीपी-जदयू […]
कोहिमा। नागालैंड में नेफ्यू रियो सरकार का गठन हो चुका है। मंगलवार को राजधानी कोहिमा में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में एनडीपीपी-बीजेपी सरकार के मंत्रियों ने शपथ ली। पिछली बार की तरह इस बार भी नागालैंड विधानसभा के विपक्ष विहीन होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि एनसीपी-जदयू जैसे विपक्षी पार्टियों ने नेफ्यू सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है। इस बीच जदयू ने नेफ्यू सरकार को समर्थन देने के कारण पार्टी की नागालैंड इकाई को भंग कर दिया है। बता दें कि, इस बार के विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 7 और जदयू ने एक सीट पर जीत दर्ज की है।
नागालैंड में सोमवार को नई सरकार का गठन हो गया। NDPP के नेता नेफ्यू रियो ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में राजधानी कोहिमा में पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बता दें कि, 2 मार्च को आए चुनाव परिणाम में एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन को 60 में से 37 सीटों पर जीत मिली थी। इस बीच अब शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। एनसीपी के पास राज्य विधानसभा में 7 सदस्य हैं।
बीजेपी के यानथुंगो पैटन नेफ्यू सरकार में उपमुख्यमंत्री बने हैं। सोमवार को उन्होंने मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के साथ शपथ ली। इससे पहले बीजेपी विधायक यानथुंगो पैटन को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली और पर्यवेक्षक रंजीत दास मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, नागालैंड विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया। चुनाव परिणाम में एनडीपीपी को 25 और बीजेपी को 12 सीटों पर जीत मिली। वहीं, 7 सीटों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने विजय हासिल की। एनपीपी को 5 और एनपीएफ को 2 सीट मिली। चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 2 सीट पर जीत मिली। रामदास अठावले की पार्टी RPI ने दो सीटों पर विजय हासिल की और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड ने एक सीट पर जीत दर्ज की। बता दें कि, केंद्र की सत्ता में सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी का चुनाव परिणाम में खाता तक नहीं खुला।
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