Nad Foundation Providing Essential goods in Lockdown: कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में लगाए गए लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से नाद फाउंडेशन ने श्रमिकों के सामने आने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए जबरदस्त प्रयास किया है. जरूरतमंद लोगों को 3 टन से अधिक राशन वितरित किया गया है.
नई दिल्ली. लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से नाद फाउंडेशन ने श्रमिकों के सामने आने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए जबरदस्त प्रयास किया है. जरूरतमंद लोगों को 3 टन से अधिक राशन वितरित किया गया है. इसके अलावा भूख के लिए तैयार भोजन के हजारों पैकेट प्रदान किए गए हैं. फतेहपुर बेरी, कृष्णा नगर और गांधी नगर में चलाए जा रहे सामुदायिक रसोई के लिए राशन प्रदान किया गया है. माविया नगर, तैमूर नगर, तुगलकाबाद, भजनपुरा, गोकुलपुरी और न्यू अशोक नगर में सूखा राशन प्रदान किया गया है. मास्क और सैनिटाइजर भी बड़ी संख्या में वितरित किए गए हैं.
इस दौरान जगह-जगह से लोगों द्वारा कई जरूरत मंद इलाकों के लिए तत्काल मानवीय आधार पर सहायता प्रदान करने की माँग की गई. साथ ही जरूरत की वस्तुओं की सूची भी दी गई थी. यहाँ बता दे कि कोरोना के प्रकोप के बाद हुई तालाबंदी के बाद से संस्था जरूरतमंद लोगों को लगातार सूखा राशन और अन्य जरूरी सामान बाँटने के काम में पहले से ही सक्रिय है. नाद संस्था की तरफ से अब वर्तमान में भी रोजाना सैंकडों लोगों को उनके घरों पर भी जाकर सूखे या बने हुए भोजन के माध्यम से सहायता प्रदान की जा रहीं है.
संस्था के अध्यक्ष निशी सिंह ने बताया कि उनकी संस्था के सदस्य स्वयं इलाकों पर नजर रखते हैं और अन्य कहीं से भी जरूरतमंद लोगों की जानकारी मिल जाए तो हम लोग वहां जाते हैं और जरूरतमंद लोगों के हिसाब से खाद्यान्न व अन्य जरूरी सामान एकत्र कर उनकी सहायता करते हैं. इसके अलाव यदि किसी को दवाईयों या अन्य किसी जरूरी काम के लिए धन की आवश्यकता होती है तो संस्था की और से उसे धन भी मुहैया कराया जाता है.
अध्यक्ष ने बताया कि यमुनापार में कई इलाके रेड जोन में आए हैं तो वहां भी हमारी संस्था की और से लोगों को सुबह दूध से लेकर खाने-पीने की वस्तुएं पहुंचाते हैं. ऐसे इलाकों में रोजमर्रा की वस्तुओं के अलावा दवाईयां भी पहुंचाते हैं. साथ ही लोगों से इस गंभीर मौके पर पुलिस प्रशासन को सहयोग देने के साथ लोगों से अपने-अपने घरों में रहने की भी अपील करते हैं.