मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस मामले में मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ठाकुर सरकार से फंड पाने के लिए सेक्स रैकेट चलाया करता था.
पटना.बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप केस मामले में मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर सरकार से फंड पाने के लिए एक संयोजित सेक्स रैकेट चलाता था. पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार उसके इस सेक्स रैकेट के लिंक नेपाल और बांग्लादेश में भी फैले हुए हैं. मुजफ्फरपुर पुलिस की ये रिपोर्ट तब आई थी जब तक मामला सीबीआई की देखरेख में नहीं आया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बृजेश ठाकुर अपने रिश्तेदारों और कर्मचारियों के साथ मिल कर कई गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) चलाता है. बृजेश ठाकुर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और बैंकरों की मदद से सरकारी फंड के नाम पर काफी धन इकट्ठा करता रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि
बृजेश ठाकुर पत्रकार के रूप में खुद के ओहदे का काफी दिखावा करता था. ऐसे में विज्ञापन में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप न होने पर भी ठाकुर को सरकारी अधिकारियों की सिफारिश पर समस्तीपुर में सहारा वृद्धावस्था घर चलाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी (बीआईएसएसीएस) ने ठाकुर के गैर सरकारी संगठनों में से एक को एक योजना चलाने के लिए भी कहा था. उन्हें बिना किसी प्रक्रिया के इसे चुनने के लिए कहा गया था. ऐसे में संदेह है कि ठाकुर बीआईएसएसीएस के अधिकारियों को अपनी ओर करने के लिए लड़कियों को उपलब्ध कराकर एक ही स्थान पर योजना प्राप्त करने में कामयाब रहा है.’
रिपोर्ट में मामले में मधु कुमारी की संलिप्तता की ओर इशारा किया गया है, जो कि फिलहाल फरार है. ऱिपोर्ट में कहा गया है कि मधु ब्रजेश के लिए मुख्य कार्यकर्ता थी. वह पहले मांस व्यापार में थी. ठाकुर ने उसे मुजफ्फरपुर में रेड लाइट एरिया चतुरभुज तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल किया और लिखित रूप में उसे ‘वामा शक्ति वाहिनी’ संगठन का प्रमुख बना दिया.