लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत पार्टी ने सदस्यता अभियान पर पूरा ध्यान दिया है, और खासकर मुस्लिम समाज को जोड़ने की दिशा में एक बड़ी योजना बनाई है।
बीजेपी अब 5 लाख मुसलमानों को पार्टी का सदस्य बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसी योजना के तहत पीएम नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन के मौके पर 7400 मौलाना और धर्मगुरुओं को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
बीजेपी के सदस्यता अभियान में पार्टी के सांसदों, विधायकों और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ें। अल्पसंख्यक मोर्चे को विशेष रूप से मुसलमानों को पार्टी में शामिल करने का टारगेट दिया गया है। पीएम मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को, यूपी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा का लक्ष्य 7400 मौलाना और धर्मगुरुओं को एक ही दिन में पार्टी का सदस्य बनाना है।
अल्पसंख्यक मोर्चा ने प्रदेश के 75 जिलों से 100 मदरसों को चिह्नित किया है, जहां सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। लखनऊ के 8 मदरसे, फिरंगी महल, नदवा कॉलेज, दारुलउलूम, और देवा शरीफ जैसी प्रमुख दरगाहों को इस अभियान में शामिल किया गया है। बीजेपी कार्यकर्ता इन मदरसों और दरगाहों में जाकर मौलाना, धर्मगुरुओं और सूफी समाज के लोगों से मुलाकात करेंगे और उन्हें पार्टी की रीति-नीति से जोड़ेंगे।
यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के सेक्रेटरी अशरार अहमद ने बताया कि मौलानाओं और धर्मगुरुओं को बीजेपी सरकार की योजनाओं जैसे आयुष्मान कार्ड, आवास योजना, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही मुसलमान समाज के लोगों को जागरूक करने और पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
BJP की इस योजना का मुख्य उद्देश्य मुसलमानों को सरकार की योजनाओं से अवगत कराना और उन्हें पार्टी की रीति-नीति से जोड़ना है, ताकि आने वाले चुनावों में अधिक से अधिक समर्थन प्राप्त किया जा सके।
ये भी पढ़ें:योगी के यूपी में भयंकर बवाल, ऐसे भिड़े हिंदू-मुस्लिम उतारनी पड़ी फ़ोर्स
ये भी पढ़ें: महाभारत युद्ध: पांडवों ने कौन से 5 गांव मांगे थे, जिन्हें न देने पर छिड़ा युद्ध?