मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में लाउडस्पीकर का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना लगातार इस मुद्दे को लेकर राज्य भर में प्रदर्शन कर रही है. इसी बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर से लाउडस्पीकर पर बड़ा बयान दिया है. ठाकरे ने कहा कि अगर वे (मुस्लिम) प्रार्थना […]
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में लाउडस्पीकर का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना लगातार इस मुद्दे को लेकर राज्य भर में प्रदर्शन कर रही है. इसी बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर से लाउडस्पीकर पर बड़ा बयान दिया है. ठाकरे ने कहा कि अगर वे (मुस्लिम) प्रार्थना के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करेंगे तो हम भी इसका इस्तेमाल करेंगे।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि प्रार्थना के खिलाफ कोई भी नहीं है और हम नहीं चाहते कि महाराष्ट्र में इसको लेकर कोई दंगा हो. लेकिन अगर एक समुदाय द्वारा लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाएगा तो हम भी इस्तेमाल करेंगे।
राज ठाकरे आगे कहा कि मुसलमानों को समझना होगा कि धर्म कानून से बड़ा नहीं होता है. किसी भी धर्म को मानने वाले लोग को संविधान में लिखे कानून को मानना होगा. महाराष्ट्र सरकार को दिए अल्टीमेटम के बारे में उन्होंने कहा कि 3 मई के बाद देखेंगे कि क्या करना है।
मनसे प्रमुख ने राज ठाकरे आज पुणे शहर के दौरे पर थे. जहां पर उन्होंने दो घोषणाएं की, पहली घोषणा में उन्होंने कहा कि वो आने वाली 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर संभाजीनगर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. दूसरी घोषणा में उन्होंने कहा कि वो 1 जून को उत्तर प्रदेश के अयोध्या जाएंगे. जहां पर वो अपने समर्थकों संग राम लला का दर्शन करेंगे।
बता दे कि इससे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि लाउडस्पीकर एक धार्मिक मुद्दा ना होकर सामाजिक मुद्दा है. मस्जिदो पर लगे लाउडस्पीकर से आने वाली आवाज लोगों को परेशान करती है और अब इसका हल निकालना ही होगा. राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि कि अगर 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर को नहीं हटाया गया तो सरकार को परिणाम भुगतान होगा।