नई दिल्लीः नवाब मलिक को लेकर महाराष्ट्र में फडणवीस और अजित पवार के बीच गर्मा – गर्मी का माहौल देखने को मिल रही है। बीजेपी नेता और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को खत लिखकर नवाब मलिक को सत्ता पक्ष में शामिल करने पर नाराजगी जताई है। फडणवीस ने लिखा है कि जिस तरह […]
नई दिल्लीः नवाब मलिक को लेकर महाराष्ट्र में फडणवीस और अजित पवार के बीच गर्मा – गर्मी का माहौल देखने को मिल रही है। बीजेपी नेता और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को खत लिखकर नवाब मलिक को सत्ता पक्ष में शामिल करने पर नाराजगी जताई है। फडणवीस ने लिखा है कि जिस तरह के गंभीर आरोप नवाब मलिक पर हैं, उन्हें देखते हुए मलिक को गठबंधन में शामिल गलत है। साथ ही कहा है कि सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन राष्ट्र सबसे ऊपर है।
जमानत पर जेल से छूटने के बाद नागपुर में हो रहे विधानसभा सत्र में नवाब मलिक पहुंचे और सत्ताधारी पक्ष वाली बेंच पर वह बैठे हुए थे, जहां अजित पवार खेमे के विधायक बैठते हैं। बता दें कि नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने के मामले में जेल जाना पड़ा था। फिलहाल नौ महीने जेल में बिताने के बाद वह जमानत पर बाहर चल रहे हैं। शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा में उनकी मौजूदगी चर्चा का बड़ा मुद्दा था और इसके बाद फडणवीस ने अजित पवार को एक पत्र लिखा।
सूत्रों के अनुसार, फडणवीस ने खत में लिखा है कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित नहीं होते हैं, तो हमें उनका स्वागत करना चाहिए लेकिन हमारी स्पष्ट राय है कि जब उनके खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप हैं तो उन्हें अपने गठबंधन का हिस्सा बनाना सही नहीं है। इससे पहले शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता अंबादास दानवे ने भाजपा और शिव सेना के शिंदे गुट पर हमला करते हुए सवाल उठाया कि महीनों तक भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहने के बाद वे नवाब मलिक को कैसे शामिल होने दे सकते हैं।