Mulayam Singh Yadav: इटावा। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। पैतृक गांव सैफई में मेला ग्राउंड में उनका अंतिम संस्कार हुआ। अंत्येष्टि के बाद आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनकी अस्थियां लेने पहुंचे। परिवार संग कराया मुंडन संस्कार अस्थियां लेने के बाद अखिलेश यादव शुद्धिकरण संस्कार के लिए […]
इटावा। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। पैतृक गांव सैफई में मेला ग्राउंड में उनका अंतिम संस्कार हुआ। अंत्येष्टि के बाद आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनकी अस्थियां लेने पहुंचे।
अस्थियां लेने के बाद अखिलेश यादव शुद्धिकरण संस्कार के लिए मुलायम सिंह के भाई अभय राम के घर पहुंचे। जहां पर उन्होंने बेटे अर्जुन यादव, भाई प्रतीक यादव, चाचा शिवपाल यादव, चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव और परिवार के अन्य लोगों के साथ अंतिम संस्कार करवाया।
बता दें कि सैफई गांव की परंपरा के अनुसार मुलामय सिंह यादव का तेरहवीं संस्कार नहीं होगा। अंत्येष्टि के 11वें दिन शुद्धिकरण यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए लोगों को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि सैफई की पुरानी परंपरा रही है कि तेरहवीं संस्कार से गरीब परिवार पर आर्थिक बोझ पड़ता है, इसीलिए आर्थिक रूप से मजबूत परिवार भी यह संस्कार नहीं करते हैं, ताकि समाज के अन्य लोगों को इसे करने के लिए बाध्य न होना पड़े।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज पिता मुलाम सिंह के बिना पहली सुबह की भावना को ट्विटर के जरिए व्यक्त किया। उन्होंने दो फोटो ट्वीट कर कैप्शन में लिखा कि आज पहली बार लगा कि बिन सूरज के उगा सवेरा।ट्विटर पर शेयर की गई दोनों फोटो में से पहली फोटो में अखिलेश मुलायम की जलती हुई चिता को प्रणाम कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी फोटो में वो कुछ लोगों के साथ आज सुबह मुलायम सिंह के अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे हुए हैं।
धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव कल पंचतत्व में विलीन हो गए। सैफई के मेला ग्राउंड में लाखों लोगों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे अखिलेश यादव ने मुलायम की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान चारो तरफ नेता जी अमर रहे और जब तक सूरज-चांद रहेगा, नेता जी का नाम रहेगा के नारे गूंजते रहे।
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