Mulayam Singh Disproportionate Asset case: समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मूल याचिकाकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने इस मामले में अब तक सीबीआई ने क्या कार्रवाई की है इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने की मांग की है.
नई दिल्ली. आय से अधिक संपत्ति के मामले में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह पर एक बार फिर परेशानी खड़ी हो सकती है. इस मामले के मूल याचिकाकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है. उन्होंने मांग की है कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के 2007 में दिए गए आदेश के तहत क्या करवाई की है, इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट या निचली अदालत में दाखिल करे. आपको बता दें कि इस मामले में अदालत ने 2012 में मुलायम सिंह, अखिलेश और प्रतीक यादव की पुनर्विचार याचिका भी कोर्ट ने खारिज कर चुका है.
गौरतलब है कि 2005 में विश्वनाथ चतुर्वेदी ने सुप्रीम कोर्ट में पहली बार मुलायम सिंह के खिलाफ याचिका दायर की थी और कहा था कि जब मुलायम पहली बार उत्तर प्रदेश में मंत्री बने थे तब से लेकर अब तक उनकी आय में दोगुना वृद्धि हुई है. उन्होंने अपनी याचिका में मुलायम सिंह की संपत्ति की जांच करवाने की मांग की है. इसके बाद विश्वनाथ ने कई बार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जियां लगाई थीं.
हाल ही में संसद के बजट सत्र के दौरान मुलायम सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी और उनके फिर से प्रधानमंत्री बनने की कामना भी की. मुलायम सिंह के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी. कुछ राजनीतिक जानकार इसे आय से अधिक संपत्ति के मामले से जोड़कर देख रहे थे. उनका मानना है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुलायम खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं इसलिए वे प्रधानमंत्री मोदी की तारीफों के पुल बांध रहे हैं.
SP BSP Alliance Troubles BJP: सपा-बसपा गठबंधन में नाखुशों को साधने में जुटी भाजपा, काटे जा सकते हैं 30 मौजूदा सांसदों के टिकट
UP SP BSP Alliance Seat Sharing Full List: अखिलेश यादव मायावती के बीच यूपी की लोकसभा सीटों का बंटवारा, किस सीट पर लड़ेगी सपा बसपा फुल लिस्ट