नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता मुकुल रॉय के बेटे ने दावा किया था कि उनके पिता सोमवार शाम से लापता हैं। इसके बाद कोलकाता से लेकर दिल्ली तक टीएमसी नेता के गायब होने के खबर की चर्चा होने लगी। इस बीच मुकुल रॉय आज खुद सामने आए और मीडिया से बात की। उन्होंने […]
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता मुकुल रॉय के बेटे ने दावा किया था कि उनके पिता सोमवार शाम से लापता हैं। इसके बाद कोलकाता से लेकर दिल्ली तक टीएमसी नेता के गायब होने के खबर की चर्चा होने लगी। इस बीच मुकुल रॉय आज खुद सामने आए और मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में हूं और अभी मेरा कोई खास एजेंडा नहीं है।
मुकुल रॉय ने कहा कि मैं निजी काम से दिल्ली आया हूं। मैं कई सालों तक संसद का सदस्य रहा हूं क्या मैं दिल्ली नहीं आ सकता? रॉय ने कहा कि मैं नियमित तौर पर राष्ट्रीय राजधानी आता रहता हूं। बहरहाल, टीएमसी नेता ने अपने दिल्ली दौरे की वजह नहीं बताई है। बता दें कि रविवार को टीएमसी नेता और उनके बेटे के बीच कहासुनी हुई थी। इसके बाद से मुकुल रॉय कथित तौर पर लापता हो गए थे।
मुकुल रॉय और उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय साल 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद वापस तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सीएम ममता बनर्जी और सांसद अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में उन्होंने टीएमसी की सदस्यता ली थी। उनके वापस टीएमसी में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि बीजेपी में लोगों का रूकना मुश्किल है, वहां लोगों का शोषण होता है। इसके साथ ही ममता ने मुकुल को घर का लड़का बताया था।
पश्चिम बंगाल की राजनीति में मुकुल रॉय बड़ा नाम हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत यूथ कांग्रेस से की थी। उस वक्त ममता बनर्जी भी यूथ कांग्रेस में ही थीं। इस दौरान दोनों के बीच राजनीतिक करीबी बढ़ी। इसके बाद जब ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया तो मुकुल रॉय उनके साथ हो गए। एक वक्त में टीएमसी में मुकुल रॉय का कद ममता बनर्जी के बाद नंबर 2 का हुआ करता था। बाद में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में उन्हें तृणमूल कांग्रेस से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया था। फिर उन्होंने बेटे शुभ्रांशु के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया था।
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