नई दिल्ली: मुख्तार अंसारी की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है. उनका कहना है कि ये मुख्तार की मौत से पहले की आखिरी ऑडियो रिकॉर्डिंग है. इसमें कैदी मुख्तार अंसारी को अपने बेटे उमर से बात करते हुए सुना जा सकता है. बातचीत के दौरान मुख्तार अंसारी बीमारी के कारण दबी जुबान में बोलते हैं और कहते हैं कि वो बैठ भी नहीं पा रहे, मुख्तार के बेटे उमर का कहना है कि ये जहर का असर है. बता दें कि तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार अंसारी को गुरुवार को बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई.
बहू निक्कहत: पापा कैसे हैं आप, ठीक हैं. अल्लाह का शुक्र है आपकी आवाज सुनने को नसीब हो रही है हम लोगों को.. आप ठीक हैं ना आपकी आवाज बहुत धीमी आ रही है रुकिए उमर भी लाइन पर हैं आप बात करिए.
बेटा उमर: हेलो जी पापा सलाम वालेकुम आप ठीक हैं..
मुख्तार अंसारी: हां ठीक हैं बाबू..
बेटा उमर: बस अल्लाह ने बचा लिया पापा आप हिम्मत से रहिए रमजान का पाक महीना चल रहा है सब सही होगा उम्मीद है, आप बोलिए पापा जो बोलना चाहते हैं फटा-फट…
मुख्तार अंसारी : 18 के बाद से रोजा ही नहीं है. ना एक वक्त की नमाज है.
उमर अंसारी : जी.
मुख्तार अंसारी : हम बेहोशी टाइप हो जा रहे हैं और..
उमर अंसारी : हां पापा, बिलकुल बहुत कमजोर हो गए हैं आप. हमने देखा, वीडियो में देखा हमने जब आप डिस्चार्ज हुए तो न्यूज वाले दिखा रहे थे. पापा हम यहीं कोर्ट में ही हैं, हम मुलाकात की परमिशन करा रहे हैं. यहां अटाली बाग वाली अदालत में हैं, हम यहां लखनऊ में और मऊ से भी दरोगा अंकल भी करा रहे हैं. अगर परमिशन आज होकर निकल भी जाएगी तो कल हम मिलने आएंगे आप से. हम और भाभी दोनों लोग.
मुख्तार अंसारी : हां, दो दिन, चार दिन पांच दिन आओ ताकि हम उठ फिर सकें, हम बैठ नहीं पा रहे हैं बाबू.
उमर अंसारी : हम समझ रहे हैं पापा. बिलकुल समझ रहे हैं. बिलकुल वो तो दिख ही रहा है कि बिलकुल जहर का सब असर है पापा, लेकिन अल्लाह बहुत बड़ा है.
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बेटे उमर ने मीडियकर्मियों से कहा – पहले ही धीमे जहर के इंजेक्शन की बात कही थ और अब भी वही कहेंगे. उमर ने आगे कहा कि उन्हें 19 मार्च को रात्रिभोज के दौरान जहर दें दिया गया था. हम न्यायपालिका के पास जायेंगे और उस पर मुझे पूरा भरोसा है. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता को उत्तर प्रदेश की बांदा जेल से दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. उमर अंसारी ने अपनी याचिका में कहा कि बांदा जेल में उनके पिता की जान को खतरा है.
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